वोट डालने का जारी किया फतवा  
बताते चलें कि 15 अक्टूबर को महाराष्ट्र विस चुनाव के लिये मतदान हुये थे, जिसमें पीडि़त महिला वोट डालने आई थी. मतदान केंद्र के रास्ते में कुछ राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से उस पर उनके उम्मीदवार को वोट करने का दबाव बनाया और उस पर नजर रखी. महिला के मतदान करने के बाद कार्यकर्ताओं को किसी तरह पता चल गया कि उसने दूसरे उम्मीदवार को वोट किया है, जिससे नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने उससे बहस की और उनके आदेश का उल्लंघन करने की वजह पूछी. बावले ने उनसे कहा कि उसकी नजर कमजोर है, और इसलिए उसने गलत बटन दबा दिया, लेकिन कार्यकर्ताओं ने उसकी बात मानने से इंकार कर दिया और उसे थप्पड़ मारा और उसके साथ मारपीट की.

मिट्टी का तेल डालकर लगाई आग
पीडित महिला के साथ मारपीट के बाद भी कुछ कार्यकर्ताओं का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो उनमे से एक कार्यकर्ता मिट्टी तेल का कनस्तर ले आया और उस पर छिड़क कर आग लगा दी और भाग गया. येलवा की पुलिस ने बताया कि घटना में वह 70 फीसदी जल गई थी. उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया और इसके बाद निजी अस्पताल में स्थानांतरित किया गया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. घटना पर हरकत में आई पुलिस ने तीन लोगों अशोक एस. पोरनाले और उसके भाई पांडुरंग एस. पोरनाले और नंदकिशोर गोरख को गिरफ्तार किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

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