कोलकाता (एएनआई)। देश में नए कृषि कानूनों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों को विपक्षी नेताओं का समर्थन मिल रहा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की। इस दाैरान उन्होंने 2006 में कृषि भूमि के अधिग्रहण के खिलाफ उनकी 26 दिनों की लंबी भूख हड़ताल को याद किया।

ममता ने 26-दिवसीय भूख हड़ताल की दिलाई याद

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि 14 साल पहले 4 दिसंबर 2006 को, मैंने कोलकाता में अपनी 26-दिवसीय भूख हड़ताल शुरू की थी और मांग की थी कि कृषि योग्य भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जा सकता है। मैं उन सभी किसानों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करती हूं, जो केंद्र #StandWithFarmers द्वारा परामर्श के बिना पारित किए गए ड्रैकोनियन कृषि बिल (अब कानून) का विरोध कर रहे हैं।

डेरेक ओ ब्रायन ने विरोध कर रहे किसानों से की बात

वहीं अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी शुक्रवार को सिंघू सीमा (दिल्ली-हरियाणा सीमा) पर एकत्र किसानों से मुलाकात की। उन्‍होंने किसानों के बीच करीब 4 घंटे बिताए। इसके अलावा ओ'ब्रायन ने ममता बनर्जी और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच एक टेलीफोन पर बातचीत की व्यवस्था की। नए कृषि कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे किसान संगठनों से केंद्र 5 दिसंबर को पांचवें दौर की वार्ता होगी।

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