मुंबई (पीटीआई / एएनआई)। महाराष्ट्र के मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के मामले में पुलिस ने विनय दुबे नाम के एक शख्स को हिरासत में ले लिया है। आरोप है कि इस शख्स के सोशल मीडिया के मैसेज पढ़कर यहां इतनी बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर इकट्ठा हुए थे। ये लोग यहां अपने राज्य वापस जाने की जिद पर अड़े थे। विनय दुबे ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें उसने महाराष्ट्र सरकार से प्रवासियों की यात्रा के लिए व्यवस्था करने की मांग की थी।

18 अप्रैल तक ट्रेनों की व्यवस्था नहीं होती तो राष्ट्रीय स्तर पर विरोध होगा

विनय ने कहा था कि ये प्रवासी मजदूर लागू लाॅकडाउन के कारण फंसे हैं और अपने मूल स्थानों पर वापस जाना चाहते हैं। उसने ट्वीट भी किया था कि यदि 18 अप्रैल तक ट्रेनों की व्यवस्था नहीं की जाती है तो राष्ट्रीय स्तर पर विरोध होगा। उसके मैसेज को पढ़ने के बाद मुंबई में बांद्रा रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों की भीड़ उमड़ी थी। ऐसे में प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर इकट्ठा करने के मामले में विनय दुबे को नवी मुंबई के ऐरोली में मंगलवार रात को हिरासत में लिया बाद में उसे मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया।

अफवाहें फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी

वहीं इस बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा था कि अफवाहें फैलाने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। ट्रेनें शुरू होने जा रही हैं जैसी अफवाहों के चलते बांद्रा स्टेशन के बाहर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। प्रधानमंत्री द्वारा 3 मई तक चलने वाले राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा करने के कुछ देर बाद करीब 1000 लोग अपने गृहनगर वापस जाने के लिए परिवहन व्यवस्था की मांग करने लगे थे। पीएम मोदी के ऐलान के बाद रेलवे ने भी 3 मई तक पैसेंजर ट्रेनें न चलाने का ऐलान किया।

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