ऐसी है जानकारी

बता दें कि चीन में सोंगशैन को दुनिया के सबसे खतरनाक पांच पर्वतों में गिना जाता है। तस्वीरों में इन भिक्षुओं को सोंगशैन पहाड़ की चोटी पर अपने कुंग-फू मूव्स की प्रैक्टिस करते देखा जा सकता है। तस्वीरों में इन भिक्षुओं को पहाड़ के किनारे पर दौड़ते और कूदते दिखाया गया है।

दांतों तले उंगली दबा लेंगे इन भिक्षुओं का शाओलीन कुंग-फू देखकर

ये है कुंग-फू महारथियों की जन्मस्थली

मध्य चीन के हेनान प्रांत में डेंगफेंग काउंटी में स्थित है जैन बौद्ध मंदिर शाओलिन। ये चीन के कई प्रसिद्ध कुंग-फू महारथियों की जन्म स्थली भी है।

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ये एक तरह की अकेडमी है जहां भिक्षुओं के स्वास्थ्य का ख्याल रखा जाता है और उनकी हर तरह से मदद की जाती है। सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक यहां मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस की जाती है।

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बीते 1500 सालों से हो रहा है अभ्यास

यहां भिक्षु बीते 1500 साल से मार्शल आर्ट का अभ्यास करते रहे हैं। इनके अभ्यास को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं और इनसे बहुत कुछ सीखकर जाते हैं।

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इन सभी को इनसे कुछ सीखने से पहले इस तरह की चेतावनी दी जाती है कि कोई भी स्टंट किसी कुशल प्रशिक्षण की निगरानी के बगैर नहीं किया जा सकता।

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Courtesy by Mail online

inextlive Desk from Spark-Bites

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