-छात्रावास अधीक्षकों की बैठक में लिए गए हैं कई अहम फैसले

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PRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने नए शैक्षिक सत्र 2019-20 के लिए एंटी रैगिंग स्कवाड/प्रॉक्टोरियल बोर्ड का गठन कर दिया है. टीम का गठन फैकल्टी वाइज किया गया है. इसमें आर्ट, साइंस, कॉमर्स एवं लॉ और वुमेन कैम्पस शामिल हैं. बुधवार को चीफ प्रॉक्टर ऑफिस में प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों की बैठक भी हुई. इसमें विवि में अनुशासन के विषय पर विचार-विमर्श किया गया. इससे पहले मंगलवार को हॉस्टल्स के सुपरिटेंडेंट की बैठक हुई थी. इसमें कई अहम निर्णय लिए गए हैं. कई निर्णयों को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है.

यह निर्णय लिए गए

-रैगिंग पर प्रभावी नियंत्रण हेतु उपायों पर विचार, एंटी रैगिंग कमेटी का गठन.

-विवि में छात्र संगठनों की गतिविधियों पर निगरानी के लिए प्रस्ताव पारित.

-विवि परिसर से बाहर छात्रों द्वारा आयोजित कार्यक्रमों, शैक्षिक व गैर शैक्षिक गतिविधियों हेतु विवि की अनुमति अनिवार्य होगी.

-शोध छात्रों को अधिष्ठाता संकाय, परास्नातक छात्रों को विभागाध्यक्ष तथा स्नातक स्तर के छात्रों को अधिष्ठाता संकाय से अनुमति लेकर परिसर अथवा परिसर के बाहर किसी कार्यक्रम को आयोजित करना होगा.

-इस अनुमति पर कुलानुशासक एवं छात्र अधिष्ठाता कल्याण की सहमति प्राप्त की जाएगी.

-परिसर में छात्र/छात्राओं में नैतिक मूल्यों, राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता, सामाजिक समरसता एवं सद्भाव के गुणों के विकास का प्रयास होगा.

-इसके लिए विवि द्वारा काउंसिलिंग, वर्कशाप, सांस्कृतिक कार्यक्रम, गोष्ठियों आदि के वार्षिक कार्यक्रम कैलेंडर तैयार करके उनके क्रियान्वयन हेतु प्रस्ताव पारित किया गया.

-छात्रावासों के अधीक्षकों, संरक्षकों तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण मंडल के सदस्यों की समितियों का गठन हो.

- छात्रों से विवि स्तर पर संवाद तथा उनकी समस्याओं से निरंतर अवगत होने तथा उनके समाधान हेतु उपायों पर प्रस्ताव पास किया गया.

-जिसके लिये विभाग के अध्यक्षों, अधिष्ठाता छात्र कल्याण और कुलानुशासक द्वारा अलग-अलग समितियों का गठन करने का निर्णय लिया गया.

-आपराधिक प्रवृत्ति के छात्रों की पहचान करना तथा विवि में छात्र के रूप में उनके प्रवेश को निष्क्रिय करना आदि विषयों पर विचार किया गया.

-इसके लिए कुलानुशासक ने तीन समितियों का गठन किया है जो निष्कासित/निलंबित छात्रों के प्रकरण का निस्तारण करेगी.

-अधीक्षकों द्वारा छात्रावासों के विषय में साप्ताहिक रिर्पोट तैयार की जाएगी.

-इसके अन्तर्गत अधीक्षकों द्वारा अवगत कराया जाएगा कि किन कक्षों में अतिथि रात्रि में रुके, किन कक्षों में हीटर प्रयोग होता है तथा किन कक्षों में अनुशासनहीनता करने वालों का आना जाना होता है.

-छात्रावास के परिसरों को पूरी तरह नशामुक्तबनाया जाएगा.