- चेंज की तंगी झेल रहे लोग कमीशन देकर फुटकर लेने को मजबूर

- शराब के ठेकेदार व वाहन स्टैंड वाले फुटकर से कर रहे मोटी कमाई

GORAKHPUR: नोट बंदी के बाद एक ओर जहां पब्लिक से लेकर मार्केट की स्थिति खराब है। वहीं तमाम फुटकर कारोबारी मालामाल हो रहे हैं। नोटबंदी के बाद ये लोग रोजाना होने वाली अर्निग के अलावा अपने फुटकर पैसों को कमीशन पर बदलकर अच्छी खासी एक्स्ट्रा कमाई कर रहे हैं। मार्केट में मंदी से परेशान व्यापारी मजबूर होकर इन छोटे व्यापारियों से मुंह मांगे कमीशन पर नोट बदल रहे हैं।

30 प्रतिशत तक कमीशन

पौंच सौ व एक हजार के नोट बंद होने के बाद मार्केट से चेंज पैसे लगभग गायब हो चुके हैं। लेकिन शराब के ठेकों व वाहन स्टैंड संचालकों को ऐसी कोई परेशानी नहीं है। ऐसी जगहों पर रोजाना अच्छी खासी फुटकर अर्निग होती है। चेंज की कमी का फायदा उठाकर यह कारोबारी अपने जमा फुटकर पैसों को मोटा कमीशन ले लोगों के नोट से बदल रहे हैं। मजबूरी में आम पब्लिक से लेकर बड़े व्यापारी फुटकर की कमी की वजह से इन लोगों से 20 से 30 प्रतिशत कमीशन देकर पैसे एक्सचेंज करा रहे हैं। रोजमर्रा की जरुरतें पूरी करने के लिए अपने पैसों को कमीशन कटा चेंज कराना लोगों के लिए मजबूरी होता जा रहा है।

काले धन का भी हो रहा खेल

इतना ही नहीं इन छोटे कारोबारियों के जरिए तमाम लोग अपने काले धन को भी खपाने की जुगत में लगे हैं। इसके लिए लिए लोग नोटों की गड्डियां शराब के ठेकों व वाहन स्टैंडों पर एडवांस जमा कर रहे हैं। इसके लिए दोनों पार्टियों के बीच पहले ही कमीशन की बात तय कर ली जा रही है। इसके बाद रोजाना होने वाली अर्निग से ब्लैक को व्हाइट में बदलकर दिया जा रहा है।

कॉलिंग

चेंज पैसे नहीं होने से घर से लेकर व्यापार तक पूरी तरह प्रभावित हो गया है। ग्राहकों को लौटाने के लिए फुटकर पैसे भी नहीं हैं। ऐसे में कई जगहों पर कमीशन देकर फुटकर पैसे लेना अब लोगों के लिए मजबूरी हो गया है।

दीपक गुप्ता, व्यापारी

कोई भी फुटकर देने को तैयार नहीं है। कुछ खरीदते वक्त भी सबसे पहले फुटकर होने की बात पूछी जा रही है। बैंकों से भी पैसे नहीं निकल पा रहे। मजबूरी में कमीशन देकर फुटकर लेना पड़ रहा है।

- ताहिर, प्रोफेशनल