- पौड़ी, टिहरी, पिथौरागढ़ व चमोली में सबसे ज्यादा सड़कें डैमेज

देहरादून,

इस बार का मानसून प्रदेश की सड़कों की सेहत पर भारी गुजरा। मानसून सीजन में अब तक 1120 सड़कें डैमेज हो गईं। मानसून ने चारधाम यात्रा पर भी कई बार ब्रेक लगाया। बद्रीनाथ हाईवे का लामबगड़ स्लाइडिंग जोन नासूर बना रहा, पिछले दो माह में लामबगड़ में लैंड स्लाइड होने के कारण हाईवे करीब 20 बार बाधित हुआ और कई दिनों तक आवाजाही ठप रही। यहां एक बस के ऊपर भारी बोल्डर गिरने से 5 लोगों को जान भी गंवानी पड़ी। वहीं केदारनाथ हाईवे पर कुंड के पास बांसवाड़ा स्लाइडिंग जोन भी एक्टिव रहा और कई बार यात्रा की राह रोकी। मानसूनी बारिश ने पौड़ी और टिहरी की सड़कों को सबसे ज्यादा डैमेज किया। वहीं, पिथौरागढ़ और चमोली में भी कई लिंक रोड बंद रहीं।

दो वर्षो की तुलना में अबकी बार कम सड़कें रहीं डैमेज

पहाड़ी राज्य होने के कारण उत्तराखंड में मानसून के दौरान सड़कें सबसे ज्यादा डैमेज होती हैं, पहाड़ी रूट्स पर स्लाइडिंग जोन एक्टिव हो जाते हैं। मानसून का सबसे ज्यादा कहर पौड़ी जिले में बरसा। यहां 351 सड़कें मानसून के दौरान डैमेज हुईं। दूसरे नंबर पर टिहरी जिले ने मुसीबतें झेलीं, यहां 326 सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं। मैदानी जिलों में हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर के लिए मानसून राहत भरा रहा, दोनों जिलों में 27 सड़कें ही बाधित हुईं। हर वर्ष की इस बार भी मानसून ने जमकर कहर बरपाया। हालांकि, प्रशासन द्वारा मुख्य सड़कों पर पहले से एहतियात के तौर पर अर्थ मूविंग मशीनें तैनात की गई थीं, लेकिन लिंक रोड्स डैमेज होने के कारण रूरल एरियाज के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई सड़कें हफ्तों तक बंद रहीं।

(एक जनवरी से 31 सितंबर 2018 तक)

डिस्ट्रिक्ट डैमेज हुई सड़कें

पौड़ी 351

टिहरी 326

देहरादून 189

चमोली 144

पिथौरागढ 144

अल्मोड़ा 133

उत्तरकाशी 127

चंपावत 98

नैनीताल 98

रुद्रप्रयाग 91

बागेश्वर 77

हरिद्वार 17

उधमसिंहनगर 10

कुल सड़कें डैमेज- 1805

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(एक जनवरी से 5 सितंबर 2019 तक)

अल्मोड़ा--63

बागेश्वर--49

चंपावत--64

पिथौरागढ़--126

नैनीताल--52

उधमसिंहनगर--05

देहरादून--78

हरिद्वार--03

चमोली--73

पौड़ी--281

टिहरी--199

रुद्रप्रयाग--62

उत्तरकाशी--65

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कुल---1120

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(एक मार्च से 31 दिसंबर 2017 तक)

अल्मोड़ा--95

बागेश्वर--33

चंपावत--65

पिथौरागढ़--115

नैनीताल--75

उधमसिंहनगर--03

देहरादून--108

हरिद्वार--26

चमोली--105

पौड़ी--263

टिहरी--255

रुद्रप्रयाग--71

उत्तरकाशी--115

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कुल--1329

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दून की सड़कों का भी बुरा हाल

दून जिले में भी मानसून सीजन में सड़कों की स्थिति बेहतर नहीं रही। जिस कारण आम लोगों को एक से दूसरे सिटी में व इलाके में कनेक्टिविटी में खासा दिक्कतें हुईं। खासकर दून के आउटर इलाकों में सड़कों पर मलबा आने और तेज पानी के बहाव के कारण टूट जाने से ट्रैफिक संचालित होने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि जिला प्रशासन ने इन सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी तक के इंतजाम किए थे। आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2019 में 9 माह में दून में जहां 78 सड़कें बाधित रही। वहीं, वर्ष 2018 में यह आंकड़ा 189 तक पहुंच गया। ऐसे ही वर्ष 2017 में 108 सड़कें दून के तमाम इलाकों में डैमेज रही।