स्वतंत्रता पर डिबेट

9 फरवरी से शुरू हुए जेएनयू विवाद पर मुक्केबाज योगेश्वर दत्त और क्रिकेटर शिखर धवन पहले ही अपनी बात रख चुके हैं। इसी कड़ी में कप्तान धोनी ने रविवार की सुबह 11:36 मिनट पर पहला ट्वीट करते हुए लिखा- आज हम बोलने की स्वतंत्रता पर डिबेट कर पा रहे हैं और ये सब भारतीय सेना की वजह से ही हो पा रहा है। ठीक 4 मिनट बाद कैप्टन कूल ने दूसरा ट्वीट किया- स्पेशल फोर्स और सेना के जवान आपके और हमारी तरह ही आम आदमी हैं, जो देश के लिए पूरी तरह से प्रेरित होते हैं और वो देश को खुद से पहले रखते हैं। धोनी के इन दोनों ट्वीट में ये साफ हो गया कि वह भारतीय सेना के समर्थन में खुलकर देश के सामने खड़े हैं।

राजनीति न करें

धोनी के समान कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर ने भी ट्वीट किया- जेएनयू और जाधवपुर यूनिवर्सिटी से बेहद चौंकाने वाले वीडियो सामने आए हैं। नेताओं को इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए और हम सभी को अब देश के लिए एकसाथ खड़े होने की जरूरत है। गंभीर ने दूसरे ट्वीट में राजनीतिक पार्टियों के निशाना बनाते हुए लिखा- सत्ता में फिर से काबिज होने के लिए देश के विश्वास के साथ खिलवाड़ मत कीजिए। इसके अलावा पेशेवर मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने बेहद आक्रामक ट्वीट कर कहा- जिस देश में खेत की डोल का 1 इंच खिसकने पर 10 कत्ल हो जाते हैं , वो कश्मीर दे देगा? बहुत बड़ी गलतफहमी पाल रखी है कुछ लोगो ने। इसे मिटाना जरूरी है।

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