चेन्नई (आईएएनएस)। MS Swaminathan Death : भारत की हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन का गुरुवार को 98 की उम्र में निधन हो गया। डॉक्टर एमएस स्वामीनाथन के भतीजे राजीव ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को फोन पर बताया, उन्होंने आज सुबह 11.15 बजे अंतिम सांस ली। पिछले 15 दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। डॉक्टर स्वामीनाथन ने 1960 के दशक में भारत को अकाल जैसी परिस्थितियों से बचाने के लिए अपनी नीतियों के माध्यम से एक सामाजिक क्रांति लाई। उन्हें 1987 में फर्स्ट वर्ल्ड फूड प्राइज से सम्मानित किया गया जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में एमएस स्वामीनाथन रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की।

'भारत की हरित क्रांति के जनक'
एमएस स्वामीनाथन का पूरा नाम मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन था। 7 अगस्त, 1925 को जन्मे एमएस स्वामीनाथन कृषि और मानवीय प्रयासों में अपने काम के लिए जाने जाते थे। वह एक प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी, कृषि वैज्ञानिक और पादप आनुवंशिकीविद् थे। स्वामीनाथन को विश्व स्तर पर हरित क्रांति में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में मान्यता प्राप्त है। खासकर भारत में गेहूं और चावल की उच्च उपज देने वाली किस्मों को लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका है। उनके नेतृत्व और योगदान ने उन्हें 'भारत की हरित क्रांति के जनक' की उपाधि दिलाई।

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