रात में मिली थी body

जंक्शन के सामने शाहगंज पुलिस स्टेशन एरिया में एक होटल है. संडे मिडनाइट के बाद होटल कर्मचारियों ने शाहगंज पुलिस को सूचना दी. होटल के एक कर्मचारी की मौत हो गई है. पुलिस जांच के लिए वहां पहुंच गई. होटल के छत पर युवक की बॉडी पड़ी थी. वहां खून पड़ा था. होटल मालिक हरि मोहन गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह एक बीमार था. ब्लीडिंग हुई और वह मर गया.

जांच के लिए पहुंची फोरेंसिक टीम

एसओ शाहगंज विनोद यादव को मामला कुछ समझ में नहीं आया. कैसे बीमारी होने पर वह खून से लथपथ हो गया. एसओ ने जांच के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट प्रेम भारतीया को बुला लिया. फोरेंसिक टीम जांच में जुट गई. उन्हें सिर पर चोट के निशान मिले. जिसे देखकर ऐसा लग रहा था कि हमला हुआ है. लेकिन, सवाल यह था कि अगर किसी वस्तु से वहां हमला किया गया तो सिर फटा क्यों नहीं. चोट के निशान तो थे लेकिन कटे के नहीं मिले. पुलिस ने फाइनल किया कि अब यह मौत का राज पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही खुलेगा.

पुलिस कस्टडी में लिया

पुलिस ने मौत की सच्चाई जानने के लिए बॉडी पोस्टमार्टम के लिए तो भेज दिया, साथ ही शक के आधार पर होटल में युवक के साथ काम करने वालों को भी कस्टडी में ले लिया. होटल कर्मचारियों ने पुलिस को बताया था कि युवक बिहार का रहने वाला है और उसका नाम मोहित है. उम्र करीब 24 साल है. कहानी यहीं खत्म नहीं हई. पोस्टमार्टम के लिए जब डॉक्टर वहां पहुंचे तो सिर्फ युवक का नाम पता चला. न तो उसके पिता का नाम पंचनामे में लिखा था और ना ही घर का एड्रेस. ऐसे में डॉक्टर ने पुलिस को झटका देते हुए पोस्टमार्टम करने से इंकार कर दिया.

13 साल की उम्र से कर रहा है जॉब

पुलिस को होटल मालिक ने बताया कि मोहित जब 13 साल  का था तब वह होटल में जॉब कर रहा है. उस समय वह कहीं बाहर से आया था. उसके बारे में नाम के अलावा और कोई जानकारी नहीं है. इतने सालों से वह होटल में ही रहता था और यहीं जॉब करता था.

कहीं ऑनर किलिंग तो नहीं

शाहगंज एसओ विनोद यादव ने बताया कि होटल कर्मचारियों से बारीकी से पूछताछ की जा रही है. होटल मालिक भी उस समय तक शक के घेरे में रहेंगे जब तक कि मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो जाता. इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि मामला ऑनर किलिंग या कोई इंटरनल हो. अगर उसकी मौत सिर पर चोट लगने से हुई तो कर्मचारियों के खिलाफ झूठ बोलने का भी मामला दर्ज होगा.