-कैंट एरिया के सदर बाजार स्थित ट्रांसफॉर्मर के सामने दिया गया घटना को अंजाम

-मां की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ हत्या की नामजद रिपोर्ट दर्ज, दो हिरासत में

PRAYAGRAJ: थोड़ी देर पहले ही तो बेटा गौरव घर से निकला था। अचानक उसकी मां के फोन आया कि सदर बाजार स्थित ट्रांसफॉर्मर के सामने कोई उसकी पिटाई कर रहा है। यह सुनते ही मां अपनी बेटी को लेकर घटनास्थल की तरफ भागी। वहां पहुंची तो कुछ लोग उसके बेटे को बेरहमी से पीट रहे थे। यह देख मां-बेटी शोर मचाने लगे। शोर सुनकर गौरव की पिटाई कर रहे लोग वहां से भाग निकले। आनन-फानन में मां उसको लेकर हॉस्पिटल पहुंची, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। शनिवार देर रात हुई वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की वजह आशनाई बताई जा रही है। गौरव की मां ने चार लोगों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। आरोपितों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्जकर पुलिस ने दो को हिरासत में ले लिया है।

हमलावर पहले भी दे चुके थे धमकी

सिविल लाइंस एरिया स्थित ड्रमण्ड रोड निवासी जगदीश प्रसाद इनकम टैक्स विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं। उनके दो बेटों में गौरव बड़ा है। तीन बहनें हैं। दो बहनें उससे बड़ी हैं। आरोप है कि सदर बाजार के नीलेश नाथ, राजेश नाथ, रितेश नाथ व रजनीश को गौरव पर शक था कि उसका संबंध उनकी बेटी साहिबा से है। कुछ दिन पूर्व आरोपित जगदीश प्रसाद के घर पहुंचे। परिजनों के मुताबिक सभी ने बेटी के गायब होने की बात कहते हुए गौरव पर उसका अपहरण करने का आरोप लगाने लगे। सभी 20 अक्टूबर को फिर पहुंचे और गौरव को जिंदा नहीं छोड़ने की धमकी देने लगे। इस बात की रिपोर्ट सिविल लाइंस थाने में दर्ज कराई गई थी।

कौन थे वो दोस्त?

बताया जाता है शनिवार रात कहीं से गौरव दो दोस्तों के साथ घर पहुंचा। कपड़े चेंज करने के बाद वह फिर उन्हीं साथ चला गया। रात करीब दस बजे घर पहुंचे दो लोगों ने बताया कि सदर बाजार ट्रांसफार्मर के पास कुछ लोग गौरव को बेरहमी से पीट रहे हैं। यह सुन उसकी मां रितु रानी प्रसाद उर्फ ऊषा देवी बेटी शिवानी के साथ स्कूटी से मौके पर पहुंचीं। उन्होंने उसने बताया कि वहां नीलेश नाथ, राजेश नाथ, रितेश नाथ और रजनीश नाथ गौरव को ईट पत्थर से पीट रहे थे। पिटाई से कराह रहे गौरव की चीख सुन मां व बहन शोर मचाने लगी। इस पर हमलावर भाग खड़े हुए। घायल गौरव को सभी प्राइवेट हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टरों ने उसे एसआरएन हॉस्पिटल रेफर कर दिया। एसआरएन हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया।

उभरता हुआ रेसर था गौरव

-गौरव एथलीट की फील्ड में चमकता हुआ सितारा था। वह आठवीं क्लास का स्टूडेंट था।

-पिछले साल वह स्कूल रेस में चयनित होकर गौरव कानपुर गया था।

-वहां परदौड़ प्रतियोगिता में गौरव ने एक गोल्ड व दो कांस्य पदक जीता था

-गेम के साथ वह राजनीति में भी रुचि लेता था।

'युवती ने फोनकर बुलाया उसे'

गौरव के पास घटना से पूर्व मोबाइल फोन था। परिजनों को शक है कि साहिबा ने ही उसे फोन करके बुलाया होगा। उसका फोन आने के बाद वह मौके पर पहुंचा तो पहले से ताक कर बैठे उसके परिजनों ने गौरव पर हमला कर दिया। सुबक रही उसका मां ने बताया कि घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे और मोबाइल पर हुई बात की जांच की जाय तो पूरी घटना की पिक्चर स्वयं क्लियर हो जाएगी।

छानबीन में घटना के पीछे की वजह आशनाई सामने आई है। रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने दो आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। पड़ताल पूरी होने के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकता है।

-बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी