क्या कहते हैं शान अपने काम और अपनी एंबीशंस के बारे में आइए जानते हैं उन्हीं की जुबानी...  

The thrill of performing
एक आर्टिस्ट के तौर पर मुझे लगता है आप तब कम्प्लीट होते हैं जब आप म्यूजिक के हर फॉर्मेट को एंज्वॉय करने लगते हैं. जैसा कि मैं करता हूं, फिर चाहे वह प्लेबैक सिंगिंग हो या लाइव परफॉर्मेंस ही क्यों ना हो. वैसे हर फॉर्म का अपना अलग ही मजा होता है. लाइव परफॉर्मेंस के लिए बहुत एनर्जी चाहिए होती है, साथ ही साथ यह बहुत चैलेंजिंग और फन एक्सपीरियंस भी होता है. यहां सबसे अच्छी बात यह होती है कि आप अपने फैन्स से इंस्टेंट कनेक्ट कर पाते हैं और वहीं आपको उनका रिस्पांस भी मिल जाता है. यह आपकी एनर्जी और एन्थुजियाज्म को एक परफॉर्मर के तौर पर अलग ही लेवल पर ले जाता है.

Shaan the singer

On a fine tune
पहले के वक्त में, एक्टर-सिंगर के कॉम्बिनेशंस हुआ करते थे पर अब यह चीज बदल चुकी है. आज यह सिचुएशनल और लिरिकल बेस्ड हो गई है. किसी एक्टर के लिए कौन सा सिंगर गाएगा यह डिसीजन अब कम्पोजर या फिल्म डायरेक्टर का होता है. मैं पूरी तरह से उन लोगों के डिसीजन की रिस्पेक्ट करता हूं और आगे भी करता रहुंगा.

No language barrier
मैंने कन्नड़ बंगाली, पंजाबी, नेपाली, इंग्लिश, हिंदी, उडिया, मलयालम और मराठी में गाने गाए हैं. मेरे लिए किसी रीजनल लैंग्वेज में सिंगिंग करना आसान नहीं रहा है क्योंकि यहां बात सिर्फ लिरिक्स समझने की नहीं होती है बल्कि उन्हें सही तरह प्रोनाउंस करना भी जरूरी होता है, जिसके लिए मैं काफी तैयारी भी करता हूं. इसके अलावा जो चीज सबसे ज्यादा जरूरी होती है वह है सही इमोशंस और सेंटिमेंट्स के साथ गाने को गाना. यह बिना गाने को समझे नहीं हो सकता है.

On the plate
म्यूजिक डायरेक्टर इस्माईल दरबार काफी वक्त के बाद वापसी कर रहे हैं. मैं उनके साथ किरन फडनिस की मूवी कर रहा हूं जो खुद भी म्यूजिक की काफी समझ रखती हैं. मैं अपने एलबम पर भी काम कर रहा हूं. यह देखना काफी इंटरेस्टिंग है कि कैसे आजकल एलबम बनाए जाते हैं और फिर कैसे सोशल नेटवर्किंग साइट्स और रेडियो पर उनकी मार्केटिंग की जाती है.

Shaan with Ismail

A lesson to learners
इस फील्ड में आने वालों को मैं हमेशा एडवाइस देता हूं कि वे पहले कोई म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखें और कम्पोजीशंस बनाना भी सीखें. अच्छा सिंगर बनने में यह आपको मजबूत फाउंडेशन प्रोवाइड करता है. अगर वे इस रास्ते को अपनाते हैं और अपना काम हार्डवर्क, डेडिकेशन से करते हैं तो वे जरूर यहां लम्बा सफर तय कर पाएंगे.

On a modest note
मुझे लगता है कि सक्सेस को हर इंसान अलग-अलग तरह से लेता है. जब कोई आपके काम को अप्रीशिएट करता है, उसे रिकग्नाइज करता है तो अच्छा फील होता है. सक्सेस ने कभी ना तो मेरे दिल को छुआ है और ना हि दिमाग को. मैं आज भी अपनी जड़ों से जुड़ा हुआ हूं. सच तो यह है कि मैं खुद को और अपने म्यूजिक को बेहतर बनाने की लगातार कोशिशें करता रहता हूं. उम्मीद करता हूं कि मेरा बेस्ट आना अभी बाकी है.

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