कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। National Youth Day 2022: राष्ट्रीय युवा दिवस स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और आदर्शों का सम्मान करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को स्वामी विवेकानंद जयंती रूप में भी जाना जाता है। वह श्री रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे और उन्होंने भारत में हिंदू धर्म के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एक आध्यात्मिक नेता होने के अलावा, विवेकानंद को भारत के सबसे महान सामाजिक नेताओं में से एक माना जाता है। स्वामी विवेकानंद ने खुद को राष्ट्रवादी संत के रूप में चित्रित किया। वह धर्म, दर्शन, वेद, साहित्य, पुराणों, उपनिषदों के अच्छे जानकार थे।

राष्ट्रीय युवा दिवस : इतिहास

स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी 1863 को कोलकाता में हुआ था। उनकी मृत्यु के बाद, 1984 में भारत सरकार ने उनकी जन्मतिथि को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में घोषित किया। स्वामी विवेकानंद राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में युवाओं के महत्व के बारे में मुखर थे। स्वामी विवेकानंद का मानना ​​था कि दुनिया को जीतने का सबसे अच्छा हथियार शांति और शिक्षा है।

राष्ट्रीय युवा दिवस : महत्व

स्वामी विवेकानंद को शिकागो, 1893 में विश्व धर्म संसद में उनके प्रसिद्ध भाषण के लिए जाना जाता है। उन्होंने युवाओं की क्षमता को प्रसारित करने पर ध्यान केंद्रित किया और उन्हें प्रेरित किया ताकि वे अंग्रेजों का मुकाबला कर सकें और स्वतंत्रता प्राप्त कर सकें। वह चाहते थे कि युवा अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलें और अपनी इच्छा के अनुसार कुछ भी हासिल करें। वह युवाओं को इस हद तक प्रेरित करना चाहते थे कि वे अपनी राय या इच्छाएं व्यक्त करने लगें।

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