लखनऊ (ब्यूरो)। नवरात्रि के अवसर पर चौक स्थित बाड़ी काली जी का मंदिर हो या फिर घसियारी मंडी स्थित काली बाड़ी मंदिर, सभी जगह मां की आराधना के लिए भक्तों की भीड़ है। इस बार बारिश को ध्यान में रखकर श्रद्धालुओं के लिए मां के दर्शन को व्यवस्था की गई है। रविवार से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि को लेकर सभी मंदिरों में भव्य सजावट की गई है। मां के दर्शनों के लिए मंदिर के कपाट हर दिन सुबह पांच बजे से ही खोल दिए जाएंगे।

ऐसे करें पूजन की तैयारी

कलश स्थापना पूरे दिन की जा सकती है। पंडित प्रवीण कुमार वाजपेई के अनुसार लकड़ी की चौकी पर लाल वस्त्र बिछा कर दुर्गा जी का चित्र या मूर्ति स्थापित करें। इसके साथ ही गौरी और गणेश की स्थापना करें। मां की मूर्ति के सामने की ओर कलश रखें। कलश के नीचे स्वास्तिक का चिन्ह बना लें। कलश में साफ जल भर कर उसमें सुपारी, आम के पत्ते और दूब डालें।  इसके उपर जटा वाला नारियल रख दें। मां की चुनरी या लाल वस्त्र से नारियल को लपेट दें। कलश पर कुमकुम से सजाएं।

इन चीजों से करें मां की पूजा

दुर्गाजी की मूर्ति, लकड़ी की चौकी, रोली, कलावा, सिंदूर, सुपारी साबुत पूजा वाली, धूप बत्ती, कपूर, केसर, अबीर गुलाल, केले के पत्ते, जौ, फूल, घी, शक्कर, पंच मेवा, नारियल जटा, वस्त्र- मां की चुनरी, हवन सामग्री।

गणेश वंदना संग पूजा शुरू करें

साफ सुथरे होकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं। गणेश वंदना के साथ पूजा शुरू करें। उसके बाद गौरी गणेश को टीका कर मां को भी रोली लगाएं। उसके बाद अपनी स्वेच्छानुसार दुर्गा चालीसा, दुर्गा स्त्रोत या मां से जुड़ी पुस्तिकाएं पढें। अंत में मां की आरती कर प्रसाद वितरित करें ।

शंखनाद से गूंजेंगे देवी मंदिर

चौक स्थित बाड़ी देवकाली के पुजारी शक्तिदीन अवस्थी ने बताया कि राेज सुबह और शाम विशेष आरती होगी। आरती के बाद भक्तों को प्रसाद वितरित किया जाएगा। छोटी देवकाली में मां का भव्य श्रृंगार किया गया है। चौपटिया स्थित रानी कटरा में सुबह आरती के बाद दिन भर भजन चलेगा। इसके अलावा ठाकुरगंज स्थित मां पूर्वी देवी मंदिर, चौक के संतोषी माता मंदिर, बीकेटी स्थित चंद्रिका देवी मंदिर, चौपटिया के संदोहन मंदिर में नवरात्रि के हर दिन अलग-अलग आयोजन होंगे। वहीं मंदिरों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये गये हैं।

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