-बिजली जाने पर काम करना बंद कर देती हैं ई-पास मशीनें

-बैटरी बैकअप अच्छा नहीं होने से परेशान हो रहे कोटेदार

PRAYAGRAJ: राशन की दुकानों पर लगी ई-पास मशीनें जनता के लिए सिरदर्द साबित होती जा रही हैं। लाइट चली जाने पर इन मशीनों से अनाज बांटना संभव नहीं हो रहा है। गर्मी के सीजन में लगातार बिजली कटौती के चलते जिले की तमाम राशन दुकानों का यही हाल है। इन मशीनों का बैटरी बैकअप घटिया होने की शिकायत का भी अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। अधिकारियों और कोटेदारों की इस खींचातानी में बेचारी पब्लिक को पिसना पड़ रहा है।

प्रभावित हो रहे 558 कोटेदार

ई-पास मशीन की कमी से जिले के 558 कोटेदारों के साथ 39 लाख लाभार्थी भी परेशान हो रहे हैं। मशीन का काम लाभार्थी के फिंगर प्रिंट को रीड कर उसकी पहचान करना था। इसके बाद उसे अनाज दिया जाता था, लेकिन इस मशीन की सबसे बड़ी कमजोरी बिजली साबित हुई है। एक बार बिजली चली जाने पर यह मशीन बंद हो जाती है। कोटेदारों ने मशीन की ओवरहीटिंग और हैंग करने की भी कंप्लेंट की है।

मोबाइल से कनेक्ट होता है नेटवर्क

दूसरी बड़ी प्रॉब्लम इन मशीनों की नेटवर्क की समस्या है। इन मशीनों में नेटवर्क नहीं होने से कोटेदारों को अपने मोबाइल फोन से कनेक्ट करना पड़ता है। कोटेदारों का कहना है कि सरकार द्वारा सौ फीसदी अनाज वितरण का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसा नहीं करने पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन हमारी समस्याओं के बारे में कोई ध्यान नहीं देता है।

बॉक्स

कलेक्ट्रेट पहुंच गए कोटेदार

अपनी इन समस्याओं को लेकर गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में कोटेदारों ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पूर्व में ई-पास मशीन की समस्या को लेकर अनाज का वितरण रोक दिया गया था। मांगें नहीं मानी गई तो फिर से अनाज वितरण का काम रोकने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस दौरान एडीएम आपूर्ति को कोटेदारों ने अपनी ओर से मांग पत्र सौंपकर कमियों को जल्द से दूर करने की मांग की। साथ ही सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने को भी कहा।

वर्जन

ई-पास मशीन की कमी से लाखों लाभार्थी परेशान हो रहे हैं। उनको अनाज का वितरण नहीं हो पा रहा है। हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। ऐसा ही हाल रहा तो व्यवस्था ठप होने की कगार पर आ जाएगी।

-राजीव पासवान, अध्यक्ष, कोटेदार वेलफेयर एसोसिएशन प्रयागराज