खफा हुआ मानवाधिकार आयोग
जेएनयू विवाद में देशविरोधी गतिविधियों के आरोपी छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को लेकर नया खुलासा हुआ है। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया की पिटाई को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने पूर्वनियोजित साजिश बताया है। सुप्रीम कोर्ट को भेजी अपनी रिपोर्ट में एनएचआरसी ने कहा है कि ऐसा लगता है, जैसे पटियाला हाउस कोर्ट में कन्हैया पर योजनाबद्ध तरीके से हमला किया गया था। कन्हैया के हवाले से पुलिस द्वारा जारी की गई अपील जबरदस्ती लिखवाई गई थी। हालांकि तिहाड़ जेल में कन्हैया की सुरक्षा को लेकर एनएचआरसी ने संतोष जाहिर किया है। लिखा है कि तिहाड़ जेल में कन्हैया की सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। जेल प्रशासन ने उसे अलग सेल में रखा है और उसकी 24 घंटे निगरानी के इंतजाम किए गए हैं।

जबरन लिखाई चिठ्ठी
एनएचआरसी की रिपोर्ट में कहा गया है, शांति की अपील वाली चिट्ठी कन्हैया ने अपनी मर्जी से नहीं लिखी थी, बल्कि यह पुलिस के दबाव में लिखवाई गई थी। पुलिस ने हिरासत में कन्हैया से किसी तरह की मारपीट तो नहीं की, लेकिन पूछताछ के दौरान उन पर मनोवैज्ञानिक दबाव जरूर डाला गया। एनएचआरसी ने जेएनयू में छात्रों के खिलाफ कार्रवाई के मामले में केंद्रीय गृह सचिव, दिल्ली के मुख्य सचिव, पुलिस कमिश्नर और यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार को नोटिस जारी कर 2 हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा है।

गिरफ्तारी को चुनौती
इसबीच जेएनयू विवाद में देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहा छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार दिल्ली पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। तिहाड़ जेल में कैद कन्हैया और उसके वकीलों ने तय किया है कि सोमवार को हाईकोर्ट में जमानत याचिका दाखिल करते समय वह गिरफ्तारी को भी चुनौती देगा। मालूम हो, जेएनयू में देशविरोधी नारों के वीडियो सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस ने कन्हैया पर देशद्रोह की धाराएं लगाते हुए गिरफ्तार किया था।

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