नई दिल्ली (एएनआई)। Nirbhaya Case निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में पीड़िता की मां आशा देवी का कहना है कि चार दोषियों ने सभी कानूनी उपायों को समाप्त कर दिया है। अब उनके पास फांसी से बचने का कोई विकल्प नहीं बचा है। ऐसे में अब मुझे उम्मीद है कि आज अदालत द्वारा एक फ्रेश डेथ वारंट जारी किया जाएगा। यह दोषियों की मौत का लास्ट वारंट होगा। वहीं इसके पहले कल बुधवार को पीड़िता निर्भया की मां आशा देवी ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को दोषी पवन गुप्ता की दया याचिका को खारिज करने के लिए धन्यवाद दिया।

दोषियों के पास अब नहीं कोई कानूनी उपाय

एएनआई से बात करते हुए आशा देवी ने कहा कि सबसे पहले मैं पवन गुप्ता की अंतिम दया याचिका को खारिज करने के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को धन्यवाद देना चाहूंगी। वहीं अब हम एक डेथ मौत के वारंट के लिए आवेदन करेंगे। पीड़िता की मां आशा देवी का कहा है कि वह तब तक संतुष्ट नहीं होगी जब तक कि दोषियों को फांसी नहीं दी जाती। जिस दिन दोषियों को फांसी होगी उस दिन मुझे पूरी संतुष्टि मिलेगी। हालांकि अभी वह इसलिए खुश है कि अब दोषियों के पास कोई कानूनी उपाय नहीं बचा है।

इस मामले के 6 दोषियों में कुल छह दोषी थं

बता दें कि 16 दिसंबर, 2012 की रात को दिल्ली में एक चलती बस में 23 साल की पैरामेडिकल छात्रा के साथ 6 लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म करने के साथ ही उसे चलती बस से बाहर फेंक दिया था। उपचार के दाैरान पीड़िता की माैत हो गई थी। इस मामले के 6 दोषियों में दोषी आरोपी राम सिंह था, जो तिहाड़ जेल में कथित तौर पर आत्महत्या कर चुका है। एक अन्य आरोपी किशोर को किशोर न्याय बोर्ड ने दोषी ठहराया था। वह तीन साल तक सुधार गृह में रहने के बाद रिहा हो गया था।

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