मार्केट में रही भीड़, सोशल डिस्टेंसिंग का नहीं किया ज्यादातर लोगों ने पालन

- ये छूट बनारस पर भारी न पड़ जाए, संक्रमण बढ़ने का है खतरा

लॉकडाउन-3 के दूसरे दिन मंगलवार को शहर में सड़कों से लेकर बाजार और मंडियों में सुबह से ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, उसी रफ्तार से भीड़ भी होने लगी। राशन, दवा, दूध, सब्जी ही नहीं बल्कि इलेक्ट्रॉनिक, किराना, किचन सामान, स्टेशनरी की दुकानों पर भी खरीदारी हो रही थी। कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग नहीं दिखाई दी। शहर की हर सड़क और चौराहे से आम दिनों की तरह पब्लिक गुजरने लगी। पुलिस तैनात रही, लेकिन वह चेकिंग तो दूर पूछताछ भी नहीं कर रही थी। प्रशासन को सिटी कमांड सेंटर से पल-पल की खबर मिल रही थी। पूरे शहर में भीड़भाड़ से प्रशासन दंग है।

कोरोना का नहीं दिखा भय

कोरोना के खौफ से 42 दिन पूरे शहर में सन्नाटा पसरा था। कुछ पाबंदी के साथ सोमवार को यह सन्नाटा खत्म हो गया। पूरे दिन शराब के लिए मची लूट ने सबको हैरान कर दिया। मंगलवार को विशेश्वरगंज मंडी में सुबह से ही भीड़ रही। इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों पर ज्यादातर घरेलू उपकरणों स्विच बोर्ड, मोबाइल चार्जर व अन्य जरूरी सामानों की बिक्री होती रही। कुछ स्थानों पर कपड़े की दुकान भी खुली दिखी। गुरुबाग में स्टेशनरी की दुकानों पर बच्चों के साथ महिलाएं बुक खरीदने में व्यस्त दिखी। लंका स्थित मेडिकल की दुकानों पर जबर्दस्त भीड़ रही। कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं दिखा। मैदागिन स्थित सप्तसागर दवा मंडी में थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही लोगों को जाने दिया जा रहा था। दुकानों और सड़कों पर मौजूद भीड़ को देखकर लग रहा था कि कोरोना को लेकर कोई डर नहीं है।

हॉटस्पॉट में सख्ती नहीं दिखी

हॉटस्पॉट मदनपुरा में किसी तरह की छूट नहीं रही। पुलिस तैनात रही और सन्नाटा पसरा रहा। यहां एक घंटा सुबह और एक घंटा शाम में ही बैरियर तक सामान पहुंचाने की इजाजत प्रशासन ने दे रखी है। वहीं, रेवड़ी तालाब स्थित अंसार नगर हॉटस्पॉट गली के बाहर लोगों का आवागमन होता रहा। दुकानें भी खुली रही। वाहनों पर सामानों की लोडिंग कर लोग भी जाते दिखाई दिये। बंगाली टोला स्कूल के पास किताबों की दुकानों खुली थीं, लेकिन खरीदार नहीं दिखे। अमूमन यही स्थिति अधिकतर हॉट स्पॉट एरिया में रही। पिछले दिनों की तरह सख्ती नहीं दिखी। गली में दिनभर चहल-पहल दिखी।

चौराहों पर ढीली दिखी पुलिस

शहर की गली और सड़कों पर सुबह से ही लोगों की आवाजाही शुरू हो गई। आम दिनों की तरह सड़कों पर दिनभर वाहनों का शोर सुनाई दे रहा था। अधिकतर बाइकों पर दो लोगों की सवारी दिखी। चार पहिया वाहनों मे भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं दिखा। चौराहे और तिराहे से बेरोकटोक वाहनों से लोग गुजर रहे थे, कोई उन्हें रोकटोक नहीं रहा था। सभी चौराहों और तिराहों पर पुलिस फोर्स मौजूद थी, लेकिन वह मूल दर्शक बनी रही।

वर्जन

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