- दिल्ली के लिए सुबह छह बजे रवाना हुई गोमती एक्सप्रेस

LUCKNOW:

ट्रेन में बैठे पैसेंजर्स की खुशी का ठिकाना नहीं था। कोई दो माह बाद बच्चों से मिलने जा रहा था तो कोई अपने परिजनों को लाने जा रहा था। सभी को बस ट्रेन के सीटी बजने का इंतजार था। सिग्नल होते ही ट्रेन चली तो स्टेशन पर मौजूद लोगों ने अपने परिजनों को हाथ हिलाकर बिदाई दी। सोमवार को राजधानी से पहली ट्रेन गोमती एक्सप्रेस रवाना की गई। शाम को लखनऊ जंक्शन से मुम्बई के लिए पुष्पक और इसके बाद लखनऊ मेल भी यहां से दिल्ली के लिए रवाना हुई।

चप्पे-चप्पे पर जीआरपी के जवान

सोमवार को चारबाग रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन गोमती एक्सप्रेस चलाई गई। इससे जाने वाले सभी पैसेंजर्स की पहले स्कैनिंग की गई और सभी से मास्क लगाने को कहा गया। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए लगातार एनाउंसमेंट भी स्टेशन पर होता रहा। गोमती में चारबाग से 593 तो उन्नाव से 51 लोगों ने सफर शुरू किया। चारबाग रेलवे स्टेशन पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए चप्पे-चप्पे पर जीआरपी के जवान मुस्तैदी से डटे रहे। रात रात में 7:45 बजे पुष्पक और रात 10 बजे लखनऊ मेल रवाना की गई।

नहीं दिखी लाइन

पुष्प्क एक्सप्रेस के लिए लखनऊ जंक्शन पर लगने वाली लाइन सोमवार को नहीं दिखी। पहले पुष्पक के लिए 20-20 घंटे पहले लाइन लगने लगती थी। पुष्पक को सोमवार को प्लेटफॉर्म नंबर 2 से रवाना किया गया। जीआरपी के अनुसार 15 साल में पहली बार इस ट्रेन में चढ़ने के लिए हाय-तौबा नहीं हुई है।

मेरा पूरा परिवार शिकोहाबाद में रहता है। मैं बच्चों से मिलने जा रही हूं। लॉकडाउन के चलते दो माह से यहीं पर रही हूं, इस दौरान फोन पर बच्चों से बात होती रही है।

अंगूरी देवी, वरिष्ठ उप निरीक्षक, यूपी पुलिस

मेरे पिता बीमार हैं। मैं दिल्ली बहन को लेने जा रहा हूं। लॉकडाउन के चलते अब तक घर पर ही रहा। लॉकडाउन के बाद अब ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ तो जाकर राहत मिली।

शिवम, लखनऊ

किस ट्रेन से कितने मुसाफिर गए

ट्रेन का नाम पैसेजर्स

गोमती एक्सप्रेस 593

पुष्पक एक्सप्रेस 437

लखनऊ मेल 350