- राजधानी के लोगों ने आई नेक्स्ट की एक्टिविटी पेपरगिरी के साथ बढ़ाए हाथ

- विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा वेस्ट पेपर से बनाए गए बैग के इस्तेमाल करने की अपील की

LUCKNOW : आई नेक्स्ट का अनोखा प्रयास अब रंग ला रहा है। पेपरगिरी-यस टू पेपर, नो टू प्लास्टिक कैम्पेन के जरिए आई नेक्स्ट लोगों को प्लास्टिक बैग का यूज न करने की सलाह दे रहा है। आई नेक्स्ट की ओर शुरू हुआ यह प्रयास अब कारवां का रूप लेता जा रहा है। जहां लखनवाइट्स खुद आगे बढ़ कर पॉलीथीन का यूज नहीं करने की शपथ ले रहे हैं।

लोगों ने मुहिम को सराहा

आई नेक्स्ट की इस मुहिम को लखनऊ के लोगों के बीच पहुंचाया गया और हर एक व्यक्ति ने इस पहल को खूब सराहा। खासकर वेस्ट पेपर से बने बैग्स को लोगों ने काफी पसंद किया। आई नेक्स्ट की टीम ने कानपुर रोड पराग डेरी स्थित एक फल की दुकान पर पहुंची। जहां उन्होंने लोगों से विभिन्न स्कूलों के बच्चों द्वारा वेस्ट पेपर से बनाए गए बैग के इस्तेमाल करने की अपील की। साथ ही पॉलीथीन में फल खरीद रहे लोगों को यह बैग भेंट किया और उनसे पॉलीथीन इस्तेमाल न करने की अपील की। साथ ही आई नेक्स्ट की टीम ने मार्केट में लगे दूसरे ठेलों को भी यह पेपर बैग दिया। ताकि वह अपने ग्राहकों को इसी में समान देकर उन्हें भी हमारे कैम्पेन से जोड़ सकें।

लोग बोले, हर कोई करे प्रयास

शहर की अधिकांश समस्याएं पॉलीथीन से हो रही हैं। इसलिए इस पर रोक लगनी ही चाहिए। सरकार ने एक ऑर्डर पास भी कर दिया पर पूरी तरह से लागू नहीं हो पा रहा है। मगर सरकार को इस पर रोक लगाने से पहले हर प्लेस पर इसका वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।

- डॉ। राजीव सिंह

पॉलीथीन कई समस्याओं का कारण हैं। नाला जाम और पर्यावरण प्रदूषित इसी के कारण होता है। अब हम पॉलीथीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे। जूट का थैला लेकर चलेंगे। आई नेक्स्ट का यह प्रयास काफी सराहनीय हैं। हर एक को इसमें शामिल होना चाहिए।

- तजींदर कौर

आई नेक्स्ट का प्रयास बहुत अच्छा हैं। अब हम मार्केट निकलने से पहले थैला लेना नहीं भूलेंगे। अगर सभी लोग पॉलीथीन का बहिष्कार करें तो पर्यावरण को शुद्ध बनाना आसान होगा। इसलिए हर एक व्यक्ति को स्वच्छ पर्यावरण के प्रति अपना योगदान देना होगा।

- राजबीर सिंह

बैन होने के बाद भी पॉलीथीन का धड़ल्ले से यूज किया जा रहा है। बीच में ठेले वालों और दुकानदारों ने पॉलीथीन देना बंद कर दिया था। पर आई नेक्स्ट की यह एक्टिविटी पेपरगिरी काफी सराहनीय कदम है। इसे लोगों को जागरूक करने में मदद मिलेगी।

- अनवर अली