- दिसंबर तक तैयार हो जाएगा ओपेन थिएटर, होंगे चिडि़याघर से रिलेटेड प्रोग्राम

- एक साथ 250 लोग बैठकर ले सकेंगे प्रोग्राम का मजा

GORAKHPUR: गोरखपुर में बन रहा जू एक और खासियत से लैस होगा। यहां आने वाले लोग ओपन थिएटर शो का भी लुत्फ उठा सकेंगे। बौद्ध थीम पर तैयार किए जा रहे शहीद अशफाकउल्लाह खां उद्यान 'जू' में इससे रिलेटेड इवेंट भी ऑर्गनाइज किए जाएंगे जो गोरखपुराइट्स को अट्रैक्ट करेंगे। इसके लिए जू में ओपेन थिएटर बनाया जा रहा है जिसमें एक साथ करीब 250 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। दिसंबर तक ये थिएटर बनकर तैयार हो जाएगा। ताजी हवा के बीच यहां बैठने के बाद आपको बिल्कुल अलग अहसास होगा। अभी तक बड़े-बड़े शहरों में ही इस तरह के थिएटर बनाए गए थे। जू में ओपेन थिएटर बनने से यहां इवेंट भी होते रहेंगे।

लखनऊ के मूर्तिकार ने बनाया

लखनऊ के मूर्तिकार रितेश प्रताप सिंह ने बौद्ध थीम पर एफस्ट्रेक बुद्धा इन कल्चर इन रिलीव बनाया है। इसकी खासियत ये है कि इसमें से रंगबिरंगी लाइटों की चमक रात को अलग ही छटा बिखेरेगी। साथ ही ओपेन थिएटर में एयर वेंटिलेशन की भी ऐसी व्यवस्था है कि बैठने के बाद मूड फ्रेश हो जाएगा।

जू में लगेगा अटल जी का स्टैच्यू

मूर्तिकार ने बताया कि जू में लगने वाले अटल बिहारी वाजपेयी की मूर्ति लगभग उन्होंने तैयार कर ली है। एक करोड़ की लागत से 25 फीट की मूर्ति बनाई गई है। चार टन की मूर्ति दिसंबर फ ‌र्स्ट वीक में लगाई जाएगी।

इजरायल से आ रहा जेब्रा

गोरखपुर जू में जगह-जगह से जानवर लाए जा रहे हैं। इसमें अभी तक साउथ अफ्रीका से जेब्रा लाने की कोशिश हो रही थी। लेकिन अब इसके लिए अब नए सिरे से इजरायल से बात चल रही है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द इजरायल से जेब्रा मंगाए जाएंगे। जू में आने वाले जानवरों को 21 दिन तक ट्रेंड किया जाएगा। इसके बाद ही इन्हें पब्लिक के सामने लाया जाएगा ताकि जानवर यहां के एटमॉस्फियर में ढल सकें।

वर्जन

चिडि़याघर हैंडओवर के बाद छह माह के अंदर सभी जानवर यहां आ जाएंगे। इसके बाद इन्हें ट्रेंड किया जाएगा। जू में बन रहा ओपेन थिएटर भी आकर्षण का केंद्र रहेगा।

नीरज गुप्ता, एई, चिडि़याघर