नई दिल्ली (एएनआई)। Vishwakarma Jayanti 2022 : देश में हर साल की तरह आज भी 17 सितंबर को भगवान विश्वकर्मा की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई देते हुए ट्वीट किया कि भगवान विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं। इस अवसर पर नवनिर्माण और नवसृजन सहित सभी प्रकार के रचनात्मक कार्यों से जुड़े कर्मयोगियों को मेरी हार्दिक बधाई। आपका कौशल और कर्तव्य देश को अनंत काल में नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला है। वहीं प्रधानमंत्री विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर आईटीआई के छात्रों के पहले दीक्षांत समारोह में भी छात्रों को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम में करीब 40 लाख छात्र शामिल होंगे।

विश्वकर्मा जी को दुनिया का पहला वास्तुकार माना जाता

विश्वकर्मा जयंती भगवान विश्वकर्मा की जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिन्हें दुनिया का पहला वास्तुकार माना जाता है। विश्वकर्मा जयंती का हिंदुओं में बहुत धार्मिक महत्व है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार भगवान विश्वकर्मा भगवान ब्रह्मा के पुत्र हैं। भगवान विश्वकर्मा ने द्वारका नगरी का निर्माण किया और उन्होंने ब्रह्मांड के निर्माण में भगवान ब्रह्मा की भी मदद की। गवान विश्वकर्मा अपने हथियारों और वाहनों के साथ हिंदू देवी देवताओं के सभी महलों के निर्माता हैं।

विश्वकर्मा पूजा हर साल 17 सितंबर को ही मनाई जाती

विशेष रूप से, हिंदू त्योहार जो हिंदू सौर कैलेंडर के अनुसार निर्धारित होते हैं। अधिकांश हिंदू त्योहार हर साल अलग-अलग तारीखों पर पड़ते हैं लेकिन विश्वकर्मा पूजा हर साल 17 सितंबर को मनाई जाती है। तकनीशियन, कुशल व्यक्ति, आर्किटेक्ट, मूर्तिकार, बढ़ई और यांत्रिकी भगवान विश्वकर्मा का आशीर्वाद लेने के लिए अपने कारखानों और कार्यशालाओं में विश्वकर्मा पूजा करते हैं। मजदूर भी इस दिन अपने औजारों की पूजा करते हैं और वे इस दिन काम नहीं करते हैं।

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