लेंगे हालात का जायजा
जम्मू-कश्मीर पहुंचकर पीएम राज्य में मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव के साथ मिलकर राज्य के हालात का जायजा लेंगे. तय शेडयूल के अनुसार पीएम पहले जम्मू और फिर श्रीनगर जाएंगे. गौरतलब है कि वह राज्य में किसी भी तरह का हवाई सर्वेक्षण नहीं करेंगे, बल्कि अधिकारियों के साथ बैठक कर मदद पर रिपोर्ट तैयार करेंगे.

मरने वालों की संख्या पहुंची 107 पर
राज्य में बीते 60 साल में आई सबसे भीषण बाढ़ में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 107 हो गई. करीब 2,500 गांवों में पानी भर गया है और संपत्ति एवं बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा है.

कुल 1,000 गांव हुए हैं प्रभावित  
आयुक्त सचिव (राजस्व एवं राहत) विनोद कौल ने इससे पहले बताया था कि घाटी में 390 गांव पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं, जबकि 1,225 आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. उन्होंने कहा कि सिर्फ जम्मू क्षेत्र में बाढ़ के कारण 1,000 गांव प्रभावित हुए हैं. उन्होंने बताया कि बाढ़ के कारण 50 पुल, सैकड़ों किलोमीटर सड़कें और बिजली संयंत्र इकाइयां क्षतिग्रस्त हो गए हैं. इनसे कितना नुकसान पहुंचा है, इसका आंकलन बाढ़ का पानी उतरने के बाद ही किया जा सकेगा.

राज्य को है तुरंत जरूरत
विनोद कौल ने इस आपदा के समय जरूरतों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि बचाव कार्य चल रहा है, लेकिन अभी तुरंत ही राज्य को 25,000 शिविरों और 40,000 कंबलों की बहुत आवश्यकता है.

मौसम विभाग ने दी खुशखबरी
मौसम विभाग ने राज्य को खुशखबरी दी है कि बुरा समय अब बीत चुका है. विभाग का कहना है कि राज्य में मौसम में अब सुधार होगा. मौसम विभाग के निदेशक सोनम लोटस ने कहा कि रविवार से जम्मू-कश्मीर में अगले एक हफ्ते तक मौसम साफ रहेगा क्योंकि वर्तमान मौसम की स्थिति कमजोर पड़ने लगी है. इस तरह से कह सकते हैं कि बुरा समय अब बीत चुका है.

केंद्रीय गृहमंत्री ने दिलाया हर संभव मदद का भरोसा
राज्य में बाढ़ के हालत का जायजा लेने के लिए एक दिन के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने संकट से निपटने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बातचीत कर जम्मू एवं कश्मीर में आई बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है. वायुसेना ने राहत एवं बचाव के काम में अपने दो परिवहन विमान को शामिल करते हुए अभियान शुरू कर दिया है. राज्य में बाढ़ के हालात का जायजा लेने पहुंचे राजनाथ सिंह ने जम्मू हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा कि बाढ़ में 107 लोगों की मौत हुई है. पिछले 60 साल में यहां बाढ़ की यह सबसे खराब स्थिति है. करीब 2,500 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 450 पूरी तरह डूब ही गए हैं. इससे पहले श्रीनगर में उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की, जिन्होंने उन्हें हालात की गंभीरता के बारे में बताया. शहर में सड़क मार्ग से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद राजनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि शहर में इतनी भयावह स्थिति है तो वह यह सोचकर हैरान हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में क्या हालात होंगे. वह मुख्यमंत्री के साथ श्रीनगर में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने जाने वाले थे, लेकिन खराब मौसम के कारण यह कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. राजनाथ सिंह ने कहा कि वह जम्मू एवं कश्मीर के लोगों और यहां की सरकार को आश्वस्त करना चाहते हैं कि केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में उनके साथ हैं और उनको हर आवश्यक सहायता देंगे.

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