नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ मीटिंग करेंगे। यह बैठक वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी। इस मीटिंग में 3 मई के बाद की स्थिति पर चर्चा हो सकती है क्योंकि सरकार की तरफ से जो लॉकडाउन लगाया गया है, वो 3 मई को खत्म हो रहा। ऐसे में उसके बाद क्या रणनीति होगी, इस पर बातचीत जरूर होगी। प्रधानमंत्री ने कोविड ​​-19 स्थिति और इसके प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन पर मुख्यमंत्रियों के साथ पहले भी दो बार बातचीत कर चुके हैं।

बातचीत कर 3 मई को बढ़ाया था लॉकडाउन

मोदी ने 24 मार्च को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए एहतियात के तौर पर 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था। बाद में इसे 3 मई तक बढ़ा दिया गया था। लॉकडाउन की घोषणा से पहले, वायरस के प्रसार की जांच करने के साधनों पर चर्चा करने के लिए प्रधान मंत्री ने 20 मार्च को मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत की थी। 11 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी अंतिम बातचीत में, मोदी ने 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के फैसले का समर्थन करने के लिए राज्यों को धन्यवाद दिया और प्रशंसा की कि कैसे सभी राज्यों ने वायरस के प्रसार की जांच के लिए एक टीम के रूप में एक साथ काम किया है।

भारत में कोरोना का संकट

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, भारत का कोविड-19 मामलों की संख्या रविवार को 26,917 तक पहुंच गई, जिसमें 5,914 ठीक हो चुके हैं और 826 मौतें शामिल हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय से सुबह मिले अपडेट के अनुसार, महाराष्ट्र अब भी 7,628 मामलों के साथ सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, जिसमें 1,076 मरीज मिले हैं और 323 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद गुजरात अब 3,071 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है, जिनमें से 282 ठीक हो गए हैं और 133 लोगों की मौत हुई है। इस बीच, दिल्ली में 2,625 केसेज हैं, जिसमें 869 मरीज एक्टिव केसेज के हैं, जबकि 54 मरीजों की जान गई है।

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