-चलती ट्रेन में खाने की जांच के 500 से ज्यादा नमूने फेल
-एसएमएस और टॉल फ्री नंबर पर हुई शिकायतों के बाद लिया एक्शन
-231 को चेतावनी देकर छोड़ा, 802 की हुई क्वालिटी सुधार के लिए काउंसिलिंग
GORAKHPUR: चलती ट्रेन में खराब खाने की क्वालिटी पैसेंजर्स को परेशान करती है। जिम्मेदारों की अनदेखी से वेंडर्स मनमानी कर बैठते हैं और पैसेंजर्स परेशान होता है। मगर अब रेलवे ने पैसेंजर्स को खाने की बेहतर क्वालिटी प्रोवाइड कराने के लिए इस ओर भी सख्ती बढ़ा दी है। जनवरी से अब तक की बात करें तो इस डिफरेंट स्पॉट पर 1758 वेंडर्स के खाने की क्वालिटी को परखने के लिए जांच की गई। इसमें 500 से ज्यादा नमूने मानक के मुताबिक नहीं पाए गए। रेलवे ने इसे गंभीरता से लेते हुए 352 वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है। 231 मामलों में चेतावनी देते हुए खाने की क्वालिटी को बेहतर करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने साफ किया है कि अगर आगे भी यूं ही लापरवाही पाई गई, तो वेंडर्स पर कार्रवाई के साथ ही उनके लाइसेंस भी निरस्त किए जा सकते हैं।
पांच शिकायत 3 में कार्रवाई
एनई रेलवे की बात करें तो जनवरी से जुलाई के बीच रेलवे के जिम्मेदारों को खाने-पीने की क्वालिटी के मामले में महज छह शिकायतें ही मिली हैं। इसमें तीन वेंडर्स के खिलाफ रेलवे ने कार्रवाई की है। तो वहीं एक मामले में खाने की क्वालिटी में सुधार की चेतावनी देते हुए उन्हें छोड़ दिया गया है। इतना ही नहीं एक मामले में जिम्मेदारों को गलत शिकायत मिली, जिसमें दोष सिद्ध न हो पाने की वजह से वेंडर को छोड़ दिया गया। वहीं, खाने-पीने के आइटम्स में ओवरचार्जिग को लेकर अब तक करीब 35 शिकायतें हुई हैं, जिसमें 28 मामलों में वेंडर्स को सजा दी गई है और 7 मामले में आरोप सिद्ध नहीं पाए गए हैं।
आप भी कर सकते हैं शिकायत
अगर आपको भी चलती ट्रेन में खाने की शिकायत है या ओवर चार्जिग कर रहा है, तो आप भी इसकी शिकायत कर सकते हैं। पहले कोच कंडक्शन को इसकी सूचना दी जा सकती है। वहीं हेल्पलाइन नंबर 139 पर भी इसकी शिकायत की जा सकती है। इसके साथ ही एसएमएस के जरिए भी पैसेंजर्स शिकायत कर सकते हैं। इसमें तत्काल एक्शन लिया जा रहा है, जिससे कि चलती ट्रेन में पैसेंजर्स को बेहतर खाने की क्वालिटी मिल सके और उन्हें सफर के दौरान किसी तरह की मुसीबत का सामना न करना पड़े।
जनवरी से अब तक कार्रवाई
इंस्पेक्शन - 1758
दंडित - 352
चेतावनी - 231
अदर रेल को ट्रांसफर - 307
अन्य विभाग को ट्रांसफर - 66
काउंसिि1लंग - 802
वर्जन
रेलवे अब खाने की क्वालिटी पर खास ध्यान दे रहा है। इस साल अब तक करीब 1758 औचक निरीक्षण किए गए हैं, जिसमें से मानक के मुताबिक न पाए गए 352 वेंडर्स को दंडित किया गया है। आगे भी कार्रवाई का सिलसिला यूं ही जारी रहेगा।
-पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, एनई रेलवे