-वर्किग आवर में तीन बार अपलोड करनी होगी फोटो, फीड करनी होगा टाइम
-पांच सितंबर से लागू होगी व्यवस्था, 30 तक होगी फीडिंग
बरेली। शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए शासन ने एक और कदम उठाया है। अब परिषदीय स्कूल्स के टीचर्स की ऐप के जरिए निगरानी होगी। इसके लिए शासन ने प्रेरणा ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप पर दिन में तीन बार टीचर्स को स्कूल में होने वाली एक्टिविटी की फोटो शेयर करनी होंगी। 5 सितंबर यानि टीचर्स डे से यह नई व्यवस्था स्कूल्स में लागू हो जाएगी।
ऐसे कर पाएंगे ऐप पर वर्क
ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड करना होगा। यह एंड्राइड मोबाइल पर ही चलेगा, जिसके आइकन पर क्लिक करने के बाद अगली स्क्रीन ओपेन होगी, जिसमें टीचर्स को अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर वेरीफिकेशन करने के साथ फीड करना होगा।
तीन बार शेयर करनी होगी फोटो
सुबह स्कूल आने के बाद छुट्टी तक कितने स्टूडेंट और टीचर्स प्रजेंट रहते हैं इस पर नजर रखने के लिए डेली तीन बार फोटो शेयर करनी होगी। सुबह प्रेयर के समय, दोपहर में मिड डे मील के समय और तीसरी बार स्कूल की छुट्टी के समय ऐप पर फोटो शेयर करनी होगी।
इसलिए ऐप यूजफुल
-टीचर्स को ऐप पर फोटो शेयर कर दिखानी होगी प्रजेंट
-स्टूडेंट्स और टीचर्स पूरे समय स्कूल में रहेंगे
-एमडीएम पर भी नजर रखी जा सकेगी
-टीचर्स की एक्टीविटी की मॉनीटरिंग
-स्कूल की बाउंड्रीवाल, बिल्डिंग आदि की फोटो अपलोड करना होगा।
-मैनेजमंट की मीटिंग की फोटो अपलोड करना होगा।
-नये टीचर्स के आने पर उनके नाम, मोबाइल नंबर सहित संपूर्ण विवरण की फीडिंग
स्टूडेंट्स का फेस दिखना मस्ट
ऐप पर शेयर की गई फोटो में सभी स्टूडेंट का पूरा फेस आना मस्ट है। यदि एक फोटो में सभी स्टूडेंट्स दिखाई नहीं देते हैं तो दो या तीन फोटो क्लिक कर शेयर की जा सकती हैं।
मनमानी पर लगेगा ब्रेक
ड्यूटी को लेकर लापरवाही करने वाले टीचर्स को इस व्यवस्था से काफी दिक्कत होगी। वे नई व्यवस्था की जानकारी होने पर काफी निराश भी हैं और गवर्नमेंट को भी कोस रहे हैं।
ये होंगे चैलेंजेस
बहुत से टीचर्स ऐसे हैं, जिनके पास एंड्राइड मोबाइल नहीं हैं। उन्हें अब नया मोबाइल लेने के साथ-साथ उसे चलाना भी सीखना होगा। हालांकि इसके लिए टीचर्स को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इसके अलावा आउटर के एरिया में इंटरनेट की कनेक्टिविटी वीक होने की वजह से नेटवर्क की प्रॉब्लम भी रहती है।
वर्जन
दो दिन पहले इसे लेकर शासन में बैठक हुई थी। इस व्यवस्था को पांच सितंबर से लागू करने की तैयारी है। इसके लिए सॉफ्टवेयर में टीचर्स के मोबाइल नंबर्स की फीडिंग का वर्क चल रहा है।
-राकेश माथुर डिस्टिक को-आर्डिनेटर सर्व शिक्षा अभियान, बरेली