PATNA: मानसून सत्र के दौरान बिहार विधानसभा में बुधवार को मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर भारी हंगामा हुआ। प्रमुख विपक्षी दल राजद के सदस्यों ने सदन के अंदर जमकर हंगामा किया। वेल में आकर नारेबाजी की। हंगामे और शोर-शराबे के कारण विधानसभा अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।

सीबीआई जांच पर अड़ा विपक्ष

बुधवार को 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने यौन उत्पीड़न की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया। राजद और कांगे्रस के सदस्य वेल में आकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे। अभी प्रश्नकाल शुरू ही हुआ था और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार पहले ही प्रश्न का जवाब दे रहे थे कि विपक्षी के रवैये को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।

भोजनावकाश के बाद दो बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब विपक्ष ने एक बार फिर अपने वही तेवर दिखाए और वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी। ऐसे में आसन ने एक बार फिर सदन की कार्यवाही 4.45 बजे तक स्थगित कर दी। विपक्ष ने 4.45 बजे सदन की गतिविधियां शुरू होते ही फिर हंगामा शुरू कर दिया।

विपक्ष ने किया वाकआउट

इस समय ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार वित्तीय वर्ष 2018-19 के प्रथम अनुपूरक व्यय विवरण में समिलित अनुदान मांग पर सरकार का जवाब दे रहे थे। ग्रामीण विकास मंत्री का जवाब विपक्ष के शोरगुल के कारण स्पष्ट सुनाई नहीं दे रहा था। बाद में विपक्ष ने मंत्री के जवाब के बीच ही सदन की कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया और सभी विपक्षी सदस्य सदन से बाहर निकल गए। तब मंत्री ने सत्तापक्ष के सदस्यों के बीच ही अपना जवाब पूरा किया।

महिलाओं पर बढ़ गया अत्याचार

विधान परिषद में भी मुजफ्फपुर बालिका गृह यौन उत्पीड़न का मुद्दा छाया रहा।

विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने कहा कि राज्य में महिलाओं पर अत्याचार बढ़ गया है और उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी हंस रहे हैं। इसके जवाब में मोदी ने कहा कि हंसी तो इसलिए आ रही है कि जब इस पर चर्चा हो रही थी तो आप सदन में मौजूद नहीं थीं। अपनी बात को उसी समय सदन में रखना चाहिए था।