नई दिल्ली (एएनआई)। असम और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में भारी बारिश और बाढ़ ने चाय बागान क्षेत्र को प्रभावित किया है। टी एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि मौजूदा सीजन में उद्योग की स्थिति बहुत "कमजोर" है। बता दें असम और उत्तरी बंगाल में चाय उद्योग भारत के कुल उत्पादन का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा है। एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, "यह क्षेत्र प्रकृति के प्रकोप से प्रभावित हुआ है, जिसमें गंभीर बारिश और बाढ़ की स्थिति देखी गई है।'

11-21 फीसदी की गिरावट का अनुमान
असम और पश्चिम बंगाल में फसल उत्पादन में जून में सालाना आधार पर 11-21 फीसदी की गिरावट का अनुमान है। उत्पादन में कमी के अलावा, चाय उद्योग हाल ही में उत्तरी बंगाल में मजदूरी में 30 रुपये प्रति दिन की वृद्धि से प्रभावित हुआ है। असम में भी वेतन वृद्धि से इंकार नहीं किया जा सकता है। बयान में कहा गया, "उत्पादन में गिरावट जून, 2022 में औसत अधिकतम तापमान में 1.50C की कमी के कारण है, जिसके परिणामस्वरूप कुछ क्षेत्रों में जून में 30 दिनों में से कुल 11 दिनों में धूप नहीं देखी गई है।"

भारत का चाय उद्योग संकट में
पिछले कई सालों से भारत का चाय उद्योग बढ़ती लागत, अपेक्षाकृत स्थिर खपत और कम कीमतों जैसे मुद्दों से जूझ रहा है। जहां कुल निवेश का 60-70 प्रतिशत निश्चित लागत है। भारत का चाय क्षेत्र लगभग 1.2 मिलियन श्रमिकों को रोजगार देता है और वैश्विक उत्पादन में 23 प्रतिशत का योगदान देता है।

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