कर्नलगंज पुलिस ने गिरफ्तार करके भेजा जेल

PRAYAGRAJ: रेलवे के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की पत्‍‌नी साहब के प्राइवेट चालक की हवस का शिकार हो गई। चालक तमंचे व चाकू के बल पर आठ महीने से उसकी आबरू पर डाका डाल रहा था। गुरुवार रात विरोध पर हवस के भूखे दरिंदे ने पिटायी कर दी तो महिला का सब्र जवाब दे गया। इसके बाद मामला थाने पहुंचा और पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

जौनपुर जिले का है निवासी

जौनपुर जिले के मुंगरा बादशाहपुर स्थित पांडेयपुर निवासी सूबेदार उर्फ बबलू पुत्र सोने लाल प्राइवेट तौर पर यहां रेलवे में तैनात एक बड़े अधिकारी की गाड़ी चलाता था। कर्नलगंज एरिया रेस्ट हाउस रेलवे कॉलोनी के ठीक सामने उनका बंगला है। कॉलोनी में रेलवे का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी परिवार के साथ रहता था। बताते हैं कि जबकि वह रात में ड्यूटी पर चला जाया करता था और बच्चे सो जाते थे तो साहब का ड्राइवर बाउंड्री लांघ कर्मचारी के कमरे में पहुंच जाता था। महिला सभ्य थी, दरवाजा न खोलने पर वह तोड़ने और बुलाने के बाद दरवाजा न खोजने की धमकी देता था। रेप के बाद वह तरह-तरह की धमकियां दिया करता था। गुरुवार रात पहुंचा तो महिला राजी नहीं हुई। इस पर वह उसकी पिटाई कर दिया। पति की तहरीर पर रेप व मारपीट एवं धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस आरोपित की तलाश में जुट गई। रिपोर्ट की बात पता चली तो चालक भागने की फिराक में प्रयाग स्टेशन जा रहा था। लल्ला चुंगी चौराहे पर एनीबेसेंट चौकी इंचार्ज मनोज सिंह ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

साहब दिए हूल, फिर आए बैकफुट पर

रेप के आरोपित चालक को गिरफ्तार करना रेलवे अधिकारी को नागवार गुजरा। वह अपने पद और पोजीशन के बल पर पुलिस को ही हूल देने लगे। पुलिस जब आईपीसी की धारा व ताकत बताई तो वह बैक फुट पर आ गए। सूत्रों के मुताबिक रेवले के अधिकारी का कहना था कि पुलिस उनके चालक को छोड़ दे। उसके न होने पर उनकी गाड़ी कौन चलाएगा?