- रात्री चौपाल लगाने आए डीएम के आदेश पर दर्ज हुई गुमशुदगी

-पिता की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए 20 साल से लगा रहा था थाने का चक्कर

नवाबगंज/क्योलडिया : समग्र गांव नवदिया मोतीराम में डीएम की रात्री चौपाल सिलरा गांव के एक ग्रामीण के लिए वरदान बन गई। ग्रमीण 20 सालों से अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए 20 सालों से चक्कर काट रहा था। डीएम के आदेश पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हो गई है। पिता की गुमशुदगी दर्ज न होने के कारण वारिसान दर्ज नहीं हो पा रही थी।

वारिसान का दर्ज नहीं हो पा रही थी

13 जनवरी को समग्र गांव नवदिया मोतीराम में डीएम की चौपाल में भदपुरा गांव में सिलरा निवासी श्री कृष्ण ने अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज नहीं होने की शिकायत की। श्री कृष्ण 20 सालों से अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए थाने से लेकर कचहरी के चक्कर लगा रहा था। श्री कृष्ण की शिकायत पर डीएम गौरव दयाल ने थानाध्यक्ष राकेश यादव को गुमशुदगी दर्ज करने के आदेश देने के साथ ही तहसीलदार मलखान सिंह से वारिसान दर्ज करने को कहा था। डीएम के आदेश पर थानाध्यक्ष ने गुमशुदगी दर्ज कर ली। 20 साल पूर्व श्री कृष्ण के पिता केसरी लाल घर से पीलीभीत दवा लेने गए थे। इसके बाद वह घर नहीं लौटे। श्री कृष्ण ने अपने पिता को ढूढने के साथ ही थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। बार-बार चक्कर लागने के बावजूद पुलिस ने केसरी लाल की गुमशुदगी दर्ज नहीं की।