आपको वेट कम करना है, बैक प्रॉब्लम से परेशान हैं, बेहतर पोश्चर चाहते हैं, लोवर बॉडी को मजबूत और बैलेंस रखना चाहते हैं, इनमें से एक भी सवाल का जवाब ‘हां’ है तो आपके लिए सॉल्यूशन है रिवर्स रनिंग. रिवर्स रनिंग वेट कम करने में नॉर्मल रनिंग से छह गुना ज्यादा इफेक्टिव है. फिजियोथेरेपिस्ट्स के मुताबिक रिवर्स रनिंग ज्वॉइंट्स पर पडऩे वाले इफेक्ट को कम करती है इसके अलावा नी और बैक प्रॉब्लम्स में भी इसमें हेल्प मिलती है. साउथ अफ्रीका के स्टेलेनबॉश यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च बताती है कि यह कार्डियोवैस्कुलर फिटनेस को भी इम्प्रूव करती है. इतना कुछ जानने के बाद अगर आप के मन में भी इसे ट्राई करने का ख्याल आ रहा है तो नेक्स्ट मॉर्निंग से आप भी इसे शुरू कर सकते हैं. ये रहे कुछ टिप्स...
1-सबसे पहले भीड़-भाड़ से दूर एक ऐसा पार्क या प्ले ग्राउंड तलाशिए जो बिल्कुल फ्लैट हो.
2-एक पार्टनर के साथ रनिंग के लिए जाएं. रिवर्स रनिंग के दौरान वह आपके पैरलल फॉरवर्ड रनिंग कर आपके लिए आइज ककाम करेगा.
3-रनिंग शुरू करने से पहले सीधे खड़े हो जाइए, आम्र्स को बॉडी से क्लोज और नीचे की ओर रखिए. हथेलियां खुली हुईं आमने-सामने होनी चाहिए.
4-दौड़ते वक्त पैर बहुत ऊपर न ले जाएं. हील्स को बहुत हल्के से जमीन से टच करने दें.
5-स्टेप्स छोटे रखें. शुरुआत में 50 मीटर की दूरी तय करें.
6-पीछे देखते वक्त गर्दन को बहुत ज्यादा स्ट्रेस दिए बिना दौडऩे की कोशिश कीजिए. पीछे लेफ्ट और राइट दोनों साइड से देखें. प्रैक्टिस के बाद ज्यादा सिर घुमाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
7-जब आप कांफिडेंट फील करने लगें तो डिस्टेंस को 50 मीटर से बढ़ाकर 100, 200 और 400 मीटर कर सकते हैं.
ध्यान रखें
अगर आपको एंकल प्रॉब्लम है तो रनिंग को ट्रायल पर रखें. इंजरी फील होने पर रनिंग बंद कर दें या डॉक्टर से लगातार कंसल्ट करते रहें.
रनिंग ट्रैक स्ट्रेट होना चाहिए. नए रास्तों पर रनिंग करने के बजाय जिसे आप बखूबी जानते हो उसे प्रिफर करें.
Courtesy-www.reverserunning.com
Interesting facts
1-एथलिट्स असाफा पॉवेल, सान्या रिचड्र्स और बॉक्सर मुहम्मद अली ने भी अपनी ट्रेनिंग में रिवर्स रनिंग को शामिल किया था.
2-बैकवर्ड रनिंग में फॉरवर्ड रनिंग के मुकाबले हर मिनट एक तिहाई ज्यादा कैलोरी खर्च होती है. एक इस्टिमेट के मुताबिक एक घंटे की बैकवर्ड रनिंग 3 घंटे की फॉरवर्ड रनिंग के बराबर बेनिफिट्स देता है.