- असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन का रिजल्ट न आने से कैंडिडेट्स हैं परेशान

नम्बर गेम

- 4236

असिस्टेंट लोको पायलट पदों के लिए मांगे गये थे आवेदन

- 3100

टेिक्नशियन के पोस्ट के लिए निकली थी वैकेंसी

- 10000

कैंडिडेट्स का हुआ डाक्यूमेंट वैरिफिकेशन एवं मेडिकल टेस्ट

- 930

कैंडिडेट्स का ही अब तक निकाला गया पैनल

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ:

आरआरबी इलाहाबाद द्वारा असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन के करीब सात हजार पदों पर 2018 में शुरू की गई रिक्रूटमेंट प्रॉसेस अभी तक पूरी नहीं हो सकी है। जिससे करीब 10 हजार कैंडिडेट्स का कॅरियर फंसा हुआ है। सात हजार वैकेंसी में 930 का ही सेलेक्शन हो सका है। जिनमें 75 परसेंट वालों का सलेक्शन होने और 80 परसेंट वालों के घर बैठे रहने पर कैंडिडेट्स की ओर से सवाल उठाया जा रहा है। वहीं रिजल्ट कब आएगा, इसका जवाब मांगने पर कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।

कब-कब क्या हुआ

- जनवरी 2018 में आरआरबी की ओर से निकला था विज्ञापन

- फरवरी 2018 तक कैंडिडेट्स ने किया था फार्म सबमिट

- 18 अगस्त से 4 सितंबर तक सीबीटी-1 एग्जाम आर्गनाइज किया गया

- 21 से 23 जनवरी तक सीबीटी-2 एग्जाम आयोजित किया गया

- 10 और 21 मई को सीबीटी-3 एग्जाम केवल असिस्टेंट लोको पॉयलट कैंडिडेट्स के लिए हुई

- आनलाइन रिटेन एग्जाम के बाद 24 जून से 14 सितंबर तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल हुआ।

रिक्रूटमेंट पर सवाल उठा रहे कैंडिडेट्स

10 हजार कैंडिडेट्स का डॉक्यूमेंट वैरिफिकेशन और मेडिकल एग्जाम हुआ है, लेकिन अगस्त 2019 तक बस केवल 930 कैंडिडेट्स का पैनल निकाला गया है। जिसमें बगैर मेरिट के कैंडिडेट्स को शामिल करने का आरोप कैंडिडेट्स की ओर से लगाया जा रहा है। कैंडिडेट्स का आरोप है कि 930 लोगों के पैनल में ज्यादातर कैंडिडेट्स 75 परसेंट वाले हैं, जो ट्रेनिंग कर रहे हैं। वहीं 80 परसेंट वाले कैंडिडेट्स रिजल्ट के इंतजार में घर बैठे हैं।

कैंडिडेट्स ने किया था हंगामा

मंगलवार को आरआरबी इलाहाबाद हेडक्वार्टर पहुंचे कैंडिडेट्स ने हंगामा करते हुए विरोध जताया था। कैंडिडेट्स ने जब रिजल्ट का जवाब मांगा, तो उन्हें उचित जवाब नहीं दिया गया। कैंडिडेट्स का आरोप है कि वैकेंसी को भरने में कोई ट्रांसपैरेंसी नहीं है। नियम ये कहता है कि मेडिकल के बाद तुरंत ज्वाइनिंग होती है। लेकिन यहां मेडिकल होने के बाद भी तीन-चार महीने से कैंडिडेट्स को बस केवल इंतजार करने को कहा जा रहा है।

पैरा मेडिकल और जेई का एग्जाम हुआ, जिसका रिजल्ट एक साल में आ गया। लेकिन असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन एग्जाम का रिजल्ट दो साल बाद भी नहीं आ सका है। मेडिकल और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होने के बाद भी कैंडिडेट्स को घर बैठने को मजबूर किया जा रहा है। अधिक दिन होने पर मेडिकल का कोई वैल्यू नहीं रह जाएगा।

आदिल अनवर

कैंडिडेट्स

आरआरबी इलाहाबाद के पास असिस्टेंट लोको पायलट और टेक्निशियन के लिए वैकेंसी सबसे ज्यादा थी, इसलिए फाइल और डोजियर को चेक करने में थोड़ा टाइम लग रहा है। 960 के एक पैनल को अप्वाइंट किया जा चुका है। जल्द ही अदर कैंडिडेट्स का भी सेलेक्शन किया जाएगा। कैंडिडेट्स का मेडिकल फेल नहीं होगा।

आरए जमाली

चेयरमैन, आरआरबी