सिटी में बेतरतीब ढंग से खड़े होने वाले टैंपों, टैक्सी व ई-रिक्शा के लिए पार्किंग स्थलों का हो रहा सर्वे

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PRAYAGRAJ: सब कुछ योजना के मुताबिक चलता रहा तो दो से तीन महीने के अंदर शहरियों को ऐसी समस्या से निजात मिल जाएगी जिससे पब्लिक को दो-चार होना पड़ता है। इसके लिए सिटी में बेतरतीब ढंग से इधर-उधर खड़े होने वाले टैंपों, टैक्सी व ई-रिक्शा को एक सुनिश्चित प्लेटफार्म दिया जाएगा। प्लेटफार्म के जरिए स्मार्ट सिटी में पार्किंग की व्यवस्था को विकसित किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल ने आरटीओ के अधिकारियों को सौंपी है। इतना ही नहीं अधिकारियों की टीम द्वारा पार्किंग के लिए स्थानों का सर्वे किया जा रहा है।

पांच दिनों से चल रहा सर्वे

सिटी में किस स्थान पर ई-रिक्शा, टैंपों व टैक्सी के लिए पार्किंग बनाई जाए और किन स्थानों से पब्लिक को आसानी से वाहन पकड़ने में कोई दिक्कत ना हो। इसके लिए व्यापक स्तर पर पार्किंग बनाई जाएगी। इसी को लेकर एआरटीओ प्रशासन डॉ। सियाराम वर्मा के निर्देश पर तीन टीमों द्वारा पिछले पांच दिनों से पूरी सिटी में सर्वे कराया जा रहा है।

प्रजेंटेशन के बाद लगेगी मुहर

अधिकारियों की टीम का द्वारा पार्किंग स्थलों के सर्वे का कार्य शुक्रवार को पूरा कर लिया जाएगा। जिसका प्रजेंटेशन शनिवार को कमिश्नर डॉ। गोयल के साथ विभागीय अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। प्रजेंटेशन के दौरान जिन स्थलों को पार्किंग के लिए चिन्हित किया जाएगा वहां पर अगस्त के पहले सप्ताह से कार्य शुरू कराया जाएगा।

दस स्थानों पर होगी पार्किंग

एआरटीओ प्रशासन डॉ। सियाराम वर्मा की मानें तो अभी तक के सर्वे में बीस स्थलों का चयन किया गया है। इसमें से कम से कम दस स्थलों पर पार्किंग बनाई जाएगी। जिस पर अंतिम निर्णय दो दिन में हो जाएगा। जिन स्थानों पर पार्किंग बनाई जाएगी वह पूरी तरह से स्थाई होगी। जहां पर सिर्फ ई-रिक्शा, टैंपों व टैक्सी की ही पार्किंग कराई जाएगी।

कमिश्नर के निर्देश पर वाहनों की पार्किंग के लिए स्थलों का सर्वे किया जा रहा है। प्रजेंटेशन के बाद चिन्हित किए गए स्थलों पर पार्किंग बनाई जाएगी। हमारा प्रयास है कि कम से कम दस स्थलों पर पार्किंग बनाई जाए। जिससे कि शहरियों को जाम से छुटकारा मिल जाए और एक निश्चित स्थल पर आसानी से वाहन मिल जाए। डॉ। सियाराम वर्मा,

एआरटीओ प्रशासन