कोलकाता (पीटीआई)। प्रवर्तन निदेशालय ने पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी से जुड़े तीसरे अपार्टमेंट में भी छापेमारी की। एजेंसी के एक अधिकारी ने बताया कि स्कूल नौकरियों के घोटाले की जांच कर रहे ईडी ने गुरुवार देर शाम छापेमारी की। चूंकि फ्लैट का दरवाजा बंद था और चाबियों का पता नहीं चल सका था, इसलिए ईडी के अधिकारियों ने केंद्रीय बल के अधिकारियों की मौजूदगी में इसे खोला।

तीसरे फ्लैट की जानकारी खुद अर्पिता ने दी
ईडी अधिकारी ने कहा, "यह (चिनार पार्क) अपार्टमेंट अर्पिता मुखर्जी का है और हमें संदेह है कि उनके अन्य फ्लैटों की तरह यहां भी नकदी जमा हो सकती है।" उन्होंने कहा, 'हम पड़ोसियों से बात कर रहे हैं और यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यहां किस तरह की गतिविधियां की गईं। चिनार पार्क फ्लैट का ब्योरा खुद मुखर्जी ने ईडी द्वारा पूछताछ के दौरान दिन में मुहैया कराया था।

अब तक 50 करोड़ कैश हुआ बरामद
बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात में ईडी ने शहर के बेलघोरिया इलाके में मुखर्जी के एक फ्लैट पर छापा मारा था और बड़ी मात्रा में सोना-चांदी के अलावा करीब 28 करोड़ रुपये की बेहिसाबी नकदी बरामद की थी। केंद्रीय एजेंसी ने टॉलीगंज इलाके में मुखर्जी के एक अन्य फ्लैट से 21 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की थी। कई किलोग्राम वजनी सोने के गहनों की कीमत का अभी पता लगाया जा रहा है।

पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटाया
कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देशानुसार सीबीआई पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में ग्रुप सी और डी स्टाफ के साथ-साथ शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। चटर्जी, जो कथित अनियमितताओं के समय शिक्षा मंत्री थे, उनको 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था। उनसे उनके सभी कैबिनेट विभाग छीन लिए गए और गुरुवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया।

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