मुंबई (पीटीआई) वित्तीय शेयरों में नुकसान के कारण सेंसेक्स ने सभी शुरुआत लाभों को दरकिनार करते हुए सोमवार को 81 अंकों की गिरावट दर्ज की। इसके अलावा, देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों और वैश्विक बाजारों से टेडिड संकेतों का भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा। दिन के दौरान 800 से अधिक अंक की बढ़त प्राप्त करने के बाद, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 81.48 अंक या 0.26 प्रतिशत कम होकर 31,561.22 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 12.30 अंक या 0.13 प्रतिशत गिरकर 9,239.20 अंक पर आ गया। अगर पिछले सत्र की बात करें तो सेंसेक्स शुक्रवार को 199.32 अंक या 0.63 प्रतिशत की बढ़त के साथ 31,642.70 अंक पर बंद हुआ था। इसी तरह, एनएसई निफ्टी 52.45 अंक या 0.57 प्रतिशत बढ़कर 9,251.50 पर बंद हुआ था।

आईसीआईसीआई बैंक रहा टॉप लूजर

सेंसेक्स में आईसीआईसीआई बैंक 5 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ टॉप लूजर रहा, उसके बाद कोटक बैंक, एचयूएल, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक और नेस्ले इंडिया के शेयर्स भी बढ़त से काफी पीछे रहे। दूसरी ओर, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, मारुति, टीसीएस और एचसीएल टेक के शेयर्स लाभ हासिल करने में कामयाब रहे। आनंद राठी में हेड- इक्विटी रिसर्च (फंडामेंटल), नरेंद्र सोलंकी के अनुसार, 'भारतीय बाजार वैश्विक संकेतों के बाद सकारात्मक नोट पर खुला क्योंकि व्यापार युद्ध की आशंकाओं को फिर से महसूस किया गया और अधिक देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के फिर से खुलने की उम्मीद के बीच अपने प्रतिबंधों को कम करने की योजना की घोषणा की। हालांकि, दिन के दौरान बाजार में मजबूती नहीं हो सकी क्योंकि वित्तीय और बैंक शेयरों जैसे भारी सूचकांक वजन वाले क्षेत्रों में बिकवाली का दबाव देखा गया।'

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