अरेस्ट हो गया मसर्रत

भारतीय सुरक्षाबलों ने कश्मीर के अलगाववादी नेता मसर्रत आलम को गिरफ्तार कर लिया है. त्राल मार्च से ठीक पहले मसर्रत को अरेस्ट करके शहीदगंज थाने ले जाया गया. ज्ञात हो कि हुर्रियत नेता अहमद शाह गिलानी ने आज शुक्रवार को त्राल मार्च का आह्वान किया है. इस मार्च में मसर्रत आलम भाग लेने वाला था. घाटी में स्थिति को संभालने के लिए राज्य पुलिस ने मसर्रत आलम को अरेस्ट कर लिया है. वहीं छह अन्य अलगाववादी नेताओं को रात में ही उनके घर में नजरबंद कर दिया गया था. इन नेताओं में मसर्रत के साथ-साथ हुर्रियत नेता सईद अली शाह गिलानी,  मीरवाइज और शब्बीर शाह आदि शामिल हैं. भारतीय सुरक्षाबलों ने किसी भी अनहोनी की आशंका से घाटी के चप्पे पर निगरानी कड़ी कर दी है.

मसर्रत आलम ने कहा मैं इंडियन नहीं

रात में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा हाउस अरेस्ट होने के बाद मसर्रत आलम ने कहा कि उन्हें अपने किए का कोई शिकवा नहीं हैं. इसके साथ ही मसर्रत ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि त्राल मार्च को असफल बनाने के लिए उसे और अन्य नेताओं को अरेस्ट किया गया है. लेकिन वे लोग मार्च को सफल बनाने के लिए कोई कसर ना छोड़ें. वे लोग पीछे ना हटें और मार्च जारी रखें. इसके साथ ही मसर्रत ने कहा कि वह इंडियन नहीं है. वहीं जम्मू कश्मीर पुलिस ने त्राल मार्च को रास्ते में ही रोक दिया है.

जम्मू पहुंचे राम माधव

इसी बीच बीजेपी जनरल सेक्रेटरी राम माधव दिल्ली से जम्मू पहुंच गए हैं. सूत्रों के अनुसार माधव जम्मू-कश्मीर डिप्टी सीएम निर्मल सिंह से मसर्रत मामले पर बातचीत कर सकते हैं. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर सीएम मुफ्ती मोहम्मद सीएम से भी मुलाकात कर सकते हैं.

आखिर क्या है मामला

अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी और उनके समर्थको ने नई दिल्ली से लौटने पर बुधवार को श्रीनगर में रैली का आयोजन किया. इस रैली में मसरत आलम भी शामिल हुआ. इस दौरान अलगाववादी नेता मसरत ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए. गिलानी की इस रैली में पाकिस्तानी झंडे भी लहराए गए. सूत्रों के अनुसार इस रैली में 1500 से 3000 लोग शामिल हुए थे. इसके बाद से पूरे देश में आक्रोश का माहौल है और राज्य सरकार पर मसर्रत आलम को पकड़े जाने का दवाब बन रहा था.

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