सिब्बल ने फिर से शुरू किया काम

नवंबर, 2012 के पहले तक बतौर मानव संसाधन विकास मंत्री रहते कपिल सिब्बल की प्राथमिकताओं में छात्रों के लिए सबसे सस्ता आकाश टैबलेट उपलब्ध कराना सबसे ऊपर था. पिछले साल केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद यह मंत्रालय एमएम पल्लम राजू को मिल गया. सूत्रों के मुताबिक उसके बाद ‘आकाश’ प्रोजेक्ट पर मंत्रालय की अरुचि देखकर ही सिब्बल ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के जरिए इस परियोजना पर न सिर्फ फिर से काम शुरु किया, बल्कि अब उसके नतीजे भी आने वाले हैं.

तैयार हो चुका है आकाश-4 का नया स्पेसीफिकेशन

बताते हैं कि आइआइटी-बांबे, आइआइटी-मद्रास और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटर (सी-डैक) के सहयोग से आकाश-4 का नया स्पेसीफिकेशन तैयार हो चुका है. भारत में दूरसंचार उपकरणों के मानक बनाने से लेकर उत्पादन की मंजूरी का जिम्मा दूरसंचार मंत्रालय के आइटी विभाग के पास है, जबकि उसके अधीन आने वाला सी-डैक उन्नत कंप्यूटर बनाने वाला संस्थान.

कंपनियां भारत में बनाने को तैयार

सिब्बल ने साफ किया है कि आकाश-4 को बनाने को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. दुनिया भर की दर्जन भर कंपनियां इसे भारत में ही बनाने को तैयार हैं. बस, उन्हें ऑर्डर दिए जाने की जरूरत है. इस बाबत आपूर्ति व निपटान, महानिदेशालय (डीजी-एसएंडडी) जरूरी पहल करेगा. बताते हैं कि ‘आकाश-4’ का मूल्य भी डीजी-एसएंडडी से ही तय होगा, जो लगभग 2275 रुपये होगी. इसके बाद यह टैबलेट बाजार में होगा, जो भी चाहेगा, उसे खरीद सकेगा. अगले साल जनवरी से इसके बाजार में उपलब्ध होने की उम्मीद है.

Report by: Rajkeshwar Singh (Dainik Jagran)

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