स्मार्ट सिटी चैलेंज के लिए तैयार कराएगा बेस्ट प्रपोजल

- यूएस ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी ने इलाहाबाद के लिए भेजी टेक्निकल टीम

ALLAHABAD:

एमओयू पर साइन करने के बाद यूएस अब इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए ग्राउण्ड लेवल से लेकर अपर लेवल तक वर्क करेगा। यूएस ट्रेड एंड डेवलपमेंट एजेंसी की कोशिश है कि इलाहाबाद को शहरी विकास मंत्रालय द्वारा अगस्त-सितंबर में जारी होने वाली सेकेंड स्मार्ट सिटी लिस्ट में शामिल कर लिया जाए। यूएसटीडीए द्वारा भेजी गई टेक्निकल टीम ने बेस्ट प्रपोजल तैयार करने का न सिर्फ सुझाव दिया, बल्कि प्लान भी बताया।

इंटीग्रेटेड प्लान है तैयार

टेक्निकल टीम तीन दिन तक इलाहाबाद में रहेगी। इमर्जिग मार्केट्स इंफ्रास्ट्रक्चर्स के प्रेसीडेंट डग शस्टर, सेक्टर सर्विसेस स्मार्ट सिटी काउंसिल के डॅयरेक्टर डा। मनी वदारी, स्मार्ट सिटी काउंसिल के चीफ साइंटिस्ट डा। स्टुअर्ट कोवन, सरफराज मोमिन, मानसी साहू, यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका की सीनियर कॉमर्शियल स्पेशलिस्ट भावना विश्वकर्मा शामिल हैं। स्मार्ट सिटी के लिए इंट्रीग्रेटेड प्लान लेकर पहुंची टेक्निकल एडवाईजरी टीम ने पहले दिन नगर निगम के अधिकारियों को ट्रेंड करने के साथ बेहतर प्लान तैयार करने का सजेशन दिया।

समझाया स्मार्ट सिटी का कांसेप्ट

टीम ने बताया कि स्मार्ट सिटी क्या है। कहा कि किसी भी शहर को स्मार्ट बनाने का तीन बेसिक कांसेप्ट है। पहला- लिविबिल्टी- लोगों को रहने के लिए बेहतर वातावरण मुहैया कराया जाए, जहां मानक के अनुरूप सारी सुविधाएं मिलें। दूसरा- है वर्कबिल्टी- अगर बेहतर सुविधाएं मिलेंगी तो लोग अच्छे वातावरण में ज्यादा काम करेंगे, बेरोजगारी दूर होगी। तीसरा है-सस्टेनबिल्टी- अगर लोगों के पास रोजगार होगा तो उनके अंदर खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी। लोग किसी भी सुविधा का टैक्स चुकाने से नहीं भागेंगे।

सेकेंड राउण्ड की तैयारी

टेक्निकल एडवाइजरी टीम ने कहा कि स्मार्ट सिटी के सेकेंड राउण्ड में जो जाना है, उसमें हम कैसे जा सकेंगे, उसके लिए प्री प्रपोजल को तैयार करना होगा। वर्कशॉप में जिलाधिकारी संजय कुमार, नगर आयुक्त देवेंद्र कुमार पांडेय के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।