देवरिया कांड में सीबीआई कर रही है तलाश, दो लाख रुपये का घोषित है इनाम

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PRAYAGRAJ: इंटर स्टेट आईएस 227 गैंग के लीडर बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद पर शिकंजा कसने के बाद सीबीआई ने उनके बेटे मो। उमर पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। करीब एक महीना पहले उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित करने के बाद सीबीआई ने उसके होम टाउन में फरार और इनामिया का पोस्टर भी चस्पा कर दिया है।

उमर पर लखनऊ में दर्ज है केस

बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे ने वैसे तो वकालत की पढ़ाई कर रखी है लेकिन उनका अब तक ज्यादातर टाइम फादर के एम्पायर को संभालने में व्यतीत होता है। इसी चक्कर में उसका भी आपराधिक इतिहास गढ़ा जाना शुरू हो गया। उसके खिलाफ बड़ा मामला लखनऊ के प्रापर्टी डीलर को जबरन देवरिया जेल ले जाना और उससे जबरन कागजात पर हस्ताक्षर कराकर प्रापर्टी हड़प लेने का दर्ज हुआ है। इसे देवरिया जेल कांड के नाम से जाना जाता है। इसी प्रकरण को लेकर कोर्ट ने पुलिस को लताड़ लगायी। इसी के बाद अतीक को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गुजरात की जेल में शिफ्ट किया गया। नामजद रिपोर्ट होने के बाद अतीक का बेटा अंडर ग्राउंड हो गया। कोर्ट के आदेश पर इस केस की जांच कर रही सीबीआई ने जनवरी के लास्ट वीक में उमर पर दो लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया था। इसके बाद भी उमर का कोई सुराग नहीं मिला तो उसके पोस्टर शहर में विभिन्न स्थानों पर चिपकाये जा रहे हैं। रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर ट्रैकिंग पर डाल दिये गये हैं।

भाई अशरफ भी भागा-भागा फिर रहा

बता दें कि अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक अशरफ पर भी पुलिस ने ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। वह भी लम्बे समय से फरार चल रहा है। पुलिस उसके घर पर कुर्की की कार्रवाई कर चुकी है। इसके बाद भी पब्लिक का कोई बंदा पुलिस की मदद करने के लिए आगे नहीं आया है। इससे पोस्टर और इनाम के जरिए उमर को पकड़ने की सीबीआई की टैक्टिस कितना काम आयेगी? यह तो वक्त ही बतायेगा।