- सी-7 कोच का मेन स्प्रिंग हो चुका था खराब, जांच के दौरान पकड़ी खामी

- कोच को ट्रेन से अलग कर 78 यात्रियों का वापस किया टिकट

HALDWANI: काठगोदाम-दिल्ली जन शताब्दी एक्सप्रेस शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त होने से बाल-बाल बच गई। यांत्रिक विभाग के कर्मचारियों ने ट्रेन चलने से पहले जांच की तो पता चला कि पहियों के पास लगा मेन स्प्रिंग टूटा है। इसे देख रेलवे में खलबली मच गई। मुख्यालय को सूचना देने के बाद ट्रेन से ही कोच को अलग कर दिया। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।

ट्रेन से कोच को किया अलग

दिल्ली से सफर पूरा कर काठगोदाम पहुंची ट्रेन की जांच के दौरान कर्मचारियों की सांसे उस समय थम गई जब उन्होंने ट्रेन के सी-7 कोच के नीचे लगे स्प्रिंग को टूटा हुआ देखा। कर्मचारियों ने तत्काल इसकी सूचना डिपो इंचार्ज अरुण नपलच्याल दी। नपच्याल ने मौके का जायजा लिया। संबंधित अधिकारियों से वार्ता कर कोच का संचालन न किए जाने निर्णय लिया। इसके बाद यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन से इस कोच को अलग कर दिया। ट्रेन संचालन के लगभग ढाई घंटे पहले खराबी का पता लगा, लेकिन यात्रियों को इसकी सूचना नहीं दी। जब यात्री स्टेशन पहुंचे। पीएनआर नंबर से सीट खोजने लगे तो चार्ट ही गायब था। जब यात्रियों ने हल्ला मचाना शुरू किया तो स्टेशन अधीक्षक चयन रॉय और डिपो इंचार्ज अरुण नपलच्याल ने यात्रियों को समझाया। कोच के संचालन को सुरक्षा के मद्देनजर रद किए जाने की बात कही। जैसे-तैसे यात्री माने और 78 यात्रियों का टिकट वापस कराया गया।