- मांगों पर सहमति के बावजूद कैंपस बंद कराने को उग्र हुए छात्रनेता

- जबरन क्लासेस बंद कराने को लेकर हुई झड़प, पुलिस से उलझे छात्र, हुई गिरफ्तारी

- जानकारी के बाद भी समय पर नहीं पहुंची पुलिस

LUCKNOW: अपनी मांगों के समर्थन में लखनऊ यूनिवर्सिटी में तालाबंदी कर हड़ताल करने वाले आंदोलित छात्रों ने शुक्रवार को एलयू कैंपस में जमकर हंगामा किया। उन्होंने न केवल जबरन क्लासेस को बंद कराने की कोशिश की, बल्कि प्रदर्शन के दौरान पुलिस अधिकारियों से भी उलझ गए। बता दें कि आईसा, एसएफआई, समाजवादी छात्रसभा और एनएसयूआई से जुड़े छात्र नेताओं ने अपनी मांगों के समर्थन में शुक्रवार को कैंपस में तालाबंदी कर आम हड़ताल करने की चेतावनी जारी की थी। जबकि इससे एक दिन पूर्व ही आंदोलित छात्रों ने वीसी के साथ प्रत्येक मांग पर बिंदुवार बातचीत की थी और वीसी ने छात्रों की मागें पूरी करने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद भी आंदोलित छात्रों ने कैंपस में अपना प्रदर्शन जारी रखा।

जमकर हुई नोंकझोंक

यूनिवर्सिटी प्रशासन के सख्त रुख के बाद भी चारों छात्र संगठनों ने शुक्रवार को अपनी हड़ताल शुरू कर दी। आंदोलित छात्रों ने सुबह 11 बजे से ही कैंपस में घूम-घूम कर क्लासेस बंद कराने का प्रयास किया। इसको लेकर उनकी प्रॉक्टोरियल बोर्ड और क्लासेस में बैठे आम छात्रों के साथ जमकर नोंकझोंक भी हुई। क्लासेस को बंद कराने में असफल आंदोलित छात्र गेट नंबर एक पर स्थित सरस्वती प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए और एलयू प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

हड़ताल के खिलाफ उतरा एबीवीपी

दूसरी ओर एबीवीपी के कुछ छात्र इन छात्र संगठनों के संयुक्त प्रयास से बुलाई गई हड़ताल की जमकर खिलाफत करते दिखे। इस दौरान एबीवीपी और विरोधी छात्र संगठनों के छात्रों के बीच जमकर विवाद हुआ। आईसा की पूजा शुक्ला ने आरोप लगाया कि एबीवीपी छात्रनेताओं ने प्रदर्शन में शामिल छात्रों के साथ अभद्र भाषा का उपयोग किया और उनके साथियों के साथ मारपीट की। साथ ही उन पर अश्लील फब्बतियां कसते हुए उन पर सिक्के भी उछाले। उन्होंने बताया कि एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। जबकि एबीवीपी के नेताओं का कहना है कि उन्होंने व आम छात्रों ने कैंपस में क्लासेस को बंद कराने का विरोध किया था, इसलिए उनपर झूठे आरोप लगाए गए हैं।

देर से पहुंची पुलिस, बोर्ड ने खदेड़ा

एक दिन पूर्व ही हड़ताल की जानकारी पुलिस अधिकारियों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड की ओर से दी गई थी। इसके बावजूद जब सुबह छात्रों ने कैंपस में बवाल काटना शुरू किया तो वहां कोई पुलिसकर्मी मौजूद ही नहीं था। ऐसे में प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने खुद मोर्चा संभाला और अपने बोर्ड के सदस्यों की मदद से आंदोलित छात्रों को एक नंबर गेट तक खदेड़ कर बाहर किया। इसके बाद मौके पर पहुंचे सीओ महानगर ने मोर्चा संभाला। इस दौरान आंदोलित छात्र पुलिस से भी उलझ गए। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने अनुपम, पूजा शुक्ला, सुधांशु, सतीश शर्मा सहित कई छात्रों को मौके पर हिरासत में ले लिया।

छात्रों की मांगों पर वीसी ने एक दिन पहले सहमति दे दी थी। इसके बावजूद कुछ छात्रों ने कैंपस में क्लासेस बंद कराने को लेकर भय का माहौल पैदा किया। पुलिस की ओर से छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

- प्रो। निशी पांडेय,

चीफ प्रॉक्टर, एलयू।