ऐसा कहना रहा काजोल का
उनका ऐसा कहना है कि समाज में जो कुछ भी चल रहा है बॉलीवुड की फिल्में हमेशा उन्हीं मुद्दों को दिखाती हैं। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि बॉलीवुड में न ही जाति या नस्ल को लेकर कोई भेदभाव है और न ही असहिष्णुता है। काजोल ने बताया कि लोग असंवेदनशील से होते दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में बतौर सार्वजनिक हस्ती सभी का ये कर्तव्य है कि हमेशा उचित और सही बोलें।

करण जौहर के दिल का राज
उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा ही अपने मन की बात बताई है। इसमें किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं आया है। बताते चलें कि एक्ट्रेस काजोल यहां अश्विन सिंह की किताब सियालकोट सागा के विमोचन को लेकर पहुंची थीं। गौरतलब है कि 21 जनवरी से शुरू हुए इस पांच दिवसीय साहित्य मेले में फिल्म निर्माता-निर्देशक करण जौहर ने भी असहिष्णुता के मुद्दे पर बात की। इस क्रम में उन्होंने अभिव्यक्ित की स्वतंत्रता को दुनिया के सबसे बड़े मजाक की संज्ञा से संबोधित किया।

देश के कानून पर बोलीं काजोल
वहीं काजोल एक अन्य सवाल के जवाब में देश के कानून को लेकर बोलीं कि कानून जब तक कोठरी में हैं, तब तक अच्छा है। उनके अनुसार उनके देश में कानून ऐसे हैं कि अगर वह उस कोठरी से बाहर आ गए तो 377 बार उन्हें टॉर्चर किया जाएगा। गौरतलब है कि भारत में असहिष्णुता में बढ़ोतरी वाले बयान के लिए शाहरुख खान व आमिर खान को जबरदस्त आलोचना झेलनी पड़ी थी। अभिनेता अनुपम खेर ने भी इस पर बयान दिए थे।

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