- जेडी ने निरीक्षण में अनियमितता पाए जाने पर की कार्रवाई

- यूपी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट एग्जाम में जमकर हुई नकल

- फेल रहा ऑनलाइन निगरानी सिस्टम, नहीं हो पाई अटेंडेंस व वीडियो अपलोड

GORAKHPUR: यूपी बोर्ड की मैट्रिक और इंटरमीडिएट एग्जाम के पहले दिन ही केन्द्रों पर नकल के रिकॉर्ड बनते नजर आए। इस दौरान नकल रोकने की तमाम व्यवस्था बेअसर साबित हुई। परीक्षा में पहले ही दिन जेडी ने तीन नकलची छात्रों को पकड़ा। जिन्हें एग्जाम से रेस्टीकेट कर दिया। वहीं दो कक्ष निरीक्षक को भी नकल कराने के आरोप में सस्पेंड किया। एग्जामिनेशन की लाइव अपलोडिंग भी फेल साबित हुई। केन्द्र व्यवस्थापक टूजी सिम कार्ड के साथ बेबस दिखे। कहीं स्पीड तो कहीं नेटवर्क की शिकायत रही।

हिंदी में ही नकल के रिकॉर्ड

एग्जाम की पहली पाली में ज्वाइंट डॉयरेक्टर सूरज नारायण मिश्रा ने परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आदर्श इंटर कॉलेज, नौसड़ से 10वीं के एक छात्र को नकल करते पकड़ा। वहीं महावीर छपरा स्थित महिप इंटर कॉलेज से भी 10वीं का ही एक छात्र अनुचित साधन का प्रयोग करता पकड़ा गया। दूसरी पाली में बरगदही स्थित किसान इंटर कॉलेज में छात्रा को जेडी ने पकड़ा। तीनों नकलची स्टूडेंट्स की आंसर शीट जमा करा ली गई। संबंधित कक्ष निरीक्षक और केंद्राध्यक्ष के विरुद्ध कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं जेडी ने चरगांवा स्थित जनता इंटर कॉलेज और झुमिला स्थित कौशल्या देवी इंटर कॉलेज में एक-एक कक्ष निरीक्षक नकल में सहयोग करते हुए पकड़े गए। जेडी ने दोनों को सस्पेंड कर दिया।

खाली हाथ लौट गए मजिस्ट्रेट

परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए 22 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 11 जोनल मजिस्ट्रेट ने अपने-अपने क्षेत्र में दौरा किया, लेकिन उन्हें कहीं से कोई गड़बड़ी नहीं मिली। हालांकि ग्रामीण एरिया के सेंटरों पर हर तरफ नकल हो रही थी। हैरत रही कि सेक्टर मजिस्ट्रेट और जोनल मजिस्ट्रेट की चेकिंग में किसी भी सेंटर पर नकलची नहीं दिखे।

टूजी नेटवर्क ने किया गड़बड़

सभी केन्द्राधीक्षकों को निर्देश दिया गया था कि वे वाट्सएप पर परीक्षार्थियों की उपस्थिति और अनुपस्थित का विवरण अपडेट करेंगे। वहीं इसकी वीडियो भी अपलोड करने का निर्देश था। लेकिन विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए सिम का कहीं नेटवर्क ही नहीं काम कर रहा था तो कहीं स्पीड ऐसी थी कि कुछ भी अपलोड नहीं हो रहा था। व्यवस्थापकों का कहना था कि टूजी नेटवर्क से वे वीडियो कैसे अपलोड करें? वहीं इस संबंध में डीआईओएस एएन र्मार्य ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी।

------------------------

हिंदी का पेपर था, इसलिए नहीं थी टेंशन

- यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के पहले दिन हिंदी का पेपर दिए परीक्षार्थी

- जिले के कुल 235 परीक्षा केंद्रों पर सकुशल संपन्न हुई पहले दिन की परीक्षा

- डीआईओएस की तरफ से जारी किए गए सिम का नहीं किया केंद्राध्यक्षों ने इस्तेमाल

GORAKHPUR:

यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का महाकुंभ गुरुवार से शुरू हुआ। परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले ही परीक्षार्थी केंद्रों के इर्द-गिर्द नजर आने लगे। स्टूडेंट्स पेपर देने के बाद राहत का सांस लेते नजर आए। जिला प्रशासन की ओर से दिए गए निर्देश के बावजूद परीक्षा केंद्रों पर तैनात केंद्राध्यक्षों ने वॉट्सएप पर परीक्षार्थियों की उपस्थिति और अनुपस्थिति की कोई विजुअल और स्नेप्स नहीं सेंड की।

आसान थे क्वेश्चन

सुबह 7.30 बजे से शुरू हुए हिंदी के पेपर में स्टूडेंट्स के चेहरे पर शिकन नहीं नजर आई। परीक्षार्थियों ने बताया कि हिंदी का पेपर काफी इजी था। जिस टॉपिक को तैयार किया था, वह सारे क्वेश्चन आए थे। एग्जाम के बाद केन्द्र से परीक्षार्थी मुस्कराते हुए बाहर निकल रहे थे। उनके चेहरे बता रहे थे कि उन्हें क्वेश्चन ने परेशान नहीं किया। हिंदी के आसान पेपर तो कुछ नकल की छूट ने एग्जाम को आसान बना दिया।

इन्होंने दी परीक्षा

मैट्रिक

रजिस्टर्ड : 88675

प्रजेंट : 80012

अब्सेंट : 8663

इंटरमीडिएट

रजिस्टर्ड : 69560

प्रजेंट : 67974

अब्सेंट : 5787

20 फरवरी के एग्जाम

हाईस्कूल

पहली पाली में - वाणिज्य

इंटरमीडिएट

दूसरी पाली - अर्थशास्त्र-फ‌र्स्ट पेपर,

वाणिज्य भूगोल- फ‌र्स्ट पेपर

टाइमिंग - पहली पाली - सुबह 7.30 से

दूसरी पाली - दोपहर 2 बजे से