सीबीआई कर रही जांच

दरअसल, प्रतिष्ठित सैन्य संस्थान आईएमए में ग्रुप सी व ग्रुप डी में भर्ती किए जाने के नाम पर लाखों रुपए लिए जाने का आरोप सैन्य अधिकारियों पर लगा था। मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई इंस्पेक्टर अनिल चंदोला की जांच में आरोप सही पाए गए, जिसके बाद अलग-अलग दो एफआईआर दर्ज की गई थी। एक की जांच का जिम्मा अनिल चंदोला को सौंपा गया था, जबकि दूसरे की जांच सीबीआई इंस्पेक्टर आईएमएस नेगी कर रहे हैं।

हो सकती है पूछताछ

सीबीआई सूत्रों की मानें तो भर्ती घोटाले में लेफ्टिनेंट कर्नल अखिलेश मिश्रा, जगदीश विश्नोई व अमरीश तिवारी का नाम सामने आया है। सीबीआई तीनों से पूछताछ की तैयारी कर रही है। जल्द ही सीबीआई तीनों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले सकती है। फिलहाल सीबीआई की नजर उनके खातों पर है। इस बात का अध्ययन किया जा रहा है कि खातों में किस दिन कितना ट्रांजेक्शन हुआ। सूत्रों की मानें तो भर्ती घोटाले में कुछ अन्य सैन्य अधिकारी और कर्मचारियों से भी सीबीआई पूछताछ कर सकती है।

आईएमए ने रखा अपना पक्ष

इंडियन मिलिट्री एकेडमी से जुड़े भर्ती घोटाले के तार की खबरें मीडिया में आने के बाद आईएमए एडमिनिस्ट्रेशन ने अपना पक्ष रखा है। आई-नेक्स्ट से बातचीत में आईएमए के पीआरओ मेजर प्रशांत त्रिपाठी ने सभी बिंदुओं के बारे में बताया।

-यह एक रूटीन प्रॉसेस होता है कि जो भी भर्ती की जाती है उसकी डिटेल जांच के लिए भेजी जाती है।

-जो भी भर्ती होती है पहले दो साल वो प्रोबेशन पीरियड के लिए होती है। नियुक्त हुए कैंडिडेट्स के सारे डॉक्यूमेंट वैरिफाई होने के बाद ही उन्हें परमानेंट किया जाता है।

-इस मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई गई। सभी नियुक्त कैंडिडेट्स के सर्टिफिकेट स्क्रीनिंग के लिए सेंट्रल गवर्नमेंट को भेज दिए गए थे।

-हर बार चार-पांच कैंडिडेट के डॉक्यूमेंट फर्जी पाए जाते हैं। इस बार इनकी संख्या बढ़कर 36 हो गई।

-चूंकि इस बार संख्या काफी अधिक थी, इसीलिए सीबीआई ने स्वयं इसका संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की। सीबीआई इस मामले को इंडिपेंड रूप से डील कर रही है।

-सीबीआई की टीम आर्मी हेडक्वार्टर के संपर्क में है। आईएमए से जो डॉक्यूमेंट मांगे गए थे वे सौंप दिए गए थे।

-सीबीआई जब अपनी रिपोर्ट सौंपेगी और सुझाव देगी उसके बाद आईएमए एडमिनिस्ट्रेशन चयन प्रक्रिया में आवश्यक बदलाव कर सकता है।

-जहां तक तीन ऑफिसर को अरेस्ट करने या उनसे पूछताछ करने की बात है आईएमए इस बात को स्पष्ट करना चाहता है कि इनमें से एक भी फिलहाल यहां पोस्टेड नहीं हैं।

-सीबीआई ने जिन तीन आर्मी ऑफिसर के नाम उजागर मीडिया को बताए हैं उनमें से दो आईएमए में पोस्टेड थे।