बीते दो दिन में पटरी से उतरी ट्रैफिक व्यवस्था, शहर की सुरक्षा में तैनात थे ट्रैफिक पुलिसकर्मी

यातायात माह में चौराहों पर तैनात ट्रैफिक पुलिसकर्मी सिर्फ यातायात सुचारू करने में जुटे

Meerut। अयोध्या प्रकरण पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के तहत शहर में पुलिस-प्रशासन हाई अलर्ट है लेकिन हर तरफ जाम का झाम लोगों को रह-रहकर परेशान कर रहा है। यातायात माह के 11 दिन बीत चुके हैं, बावजूद इसके ट्रैफिक विभाग व्यवस्था को पटरी पर नहीं ला पा रहा है। इतना ही नहीं सड़कों पर डग्गमार वाहन, जुगाड़ और बिना हेलमेट लगाए टू व्हीलर पर सवार तीन सवारी खुलेआम रूल्स तोड़ रही हैं और ट्रैफिक पुलिस इन पर लगाम कस पाने में पूरी तरह से फेल साबित हो रही है।

ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं

अयोध्या पर फैसला आने के पहले से ही ट्रैफिक पुलिस की भी शहर में सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए ड्यूटी लगाई गई थी। जिसके चलते ट्रैफिक पुलिस यातायात माह पर कोई काम नहीं कर पाई। हालांकि शहर के मुख्य चौराहों पर एक-दो ट्रैफिक पुलिस कर्मचारी इस दौरान जरूर तैनात दिखे लेकिन वह भी सिर्फ यातायात को कंट्रोल करने की असफल कोशिश करते ही दिखाई दिए। व्हीकल लेकर सड़कों पर निकले लोग न तो हेलमेट लगा रहे हैं और न ही फोर व्हीलर वाले चालक सीट बेल्ट के रूल को फॉलो कर रहे हैं।

यातायात माह में शहरभर की टै्रफिक व्यवस्था को कंट्रोल किया जा रहा है। अयोध्या मामले के चलते ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई थी लेकिन दोबारा से यातायात माह के अंतर्गत चालान किए जा रहे हैं।

संजीव वाजपेयी, एसपी ट्रैफिक