-नए साल में यात्रियों को तोहफा देने जा रहा परिवहन विभाग
-विभाग नए साल में शुरू करेगा 10-12 योजनाएं शुरू
<नए साल में यात्रियों को तोहफा देने जा रहा परिवहन विभाग
-विभाग नए साल में शुरू करेगा क्0-क्ख् योजनाएं शुरू
--ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को मॉडर्न करने की तैयारी
-नई बसों को शामिल करने व पुरानी बसें होंगी बाहर
<ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को मॉडर्न करने की तैयारी
-नई बसों को शामिल करने व पुरानी बसें होंगी बाहर
DEHRADUN : dehradun@inext.co.in
DEHRADUN : नए वर्ष में परिवहन विभाग पब्लिक को कई नई योजनाओं का तोहफा देने जा रहा है। करीब आधा दर्जन योजनाएं वर्ष ख्0क्भ् में शुरू होंगी। इनसे जितना विभाग को फायदा होगा उतना ही पब्लिक को भी इनसे सुविधाएं मिलनी तय हैं। पब्लिक को नए साल में जहां आवागमन के लिए नई बसें उपलब्ध होंगी। वहीं ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट भी मॉडर्न होने जा रहा है। इसके अलावा और भी कई योजनाएं शामिल हैं।
सेंट्रल सर्वर से जुड़ेगा आरटीओ
परिवहन मंत्रालय शीघ्र ही सभी राज्यों के आरटीओ ऑफिस को सेंट्रालाइज सर्वर से जोड़ने की प्लानिंग कर रहा है। जिसकी कवायद शुरू हो चुकी है। फिलहाल सभी राज्यों के परिवहन मुख्यालयों में विभाग के अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श का दौर शुरू हो गया है। नए साल में यह योजना शुरू होने की पूरी उम्मीदें हैं। हाल ही में इस नई प्लानिंग को लेकर दून स्थित परिवहन मुख्यालय में भी कुछ दिनों पहले एक मीटिंग हुई, जिसमें उत्तराखंड के सभी आरटीओ और एआरटीओ कार्यालयों को भी सेंट्रल सर्वर से जोड़ने पर विचार विमर्श हुआ।
एनआईसी करेगा मॉनिटरिंग
-परिवहन मंत्रालय के तहत एनआईसी यानि कि नेशनल इंफॉर्मेटिक सेंटर एक ऐसा सेंट्रलाइज सर्वर तैयार करेगा।
-सभी राज्यों के आरटीओ और एआरटीओ ऑफिस को इससे जोड़ा जाएगा।
-आरटीओ व एआरटीओ कार्यालयों से फीड होने वाला डाटा डायरेक्ट एनआईसी के सेंट्रल सर्वर पर शो करेगा।
- सभी राज्यों के परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर को एनआईसी के नए सॉफ्टवेयर के हिसाब से चलना पड़ेगा।
यह होंगे फायदे
-एक आईडी पर एक व्यक्ति किसी एक स्टेट के आरटीओ ऑफिस में ही डीएल बनवा सकेगा।
-डीएल और वाहन ब्लैक लिस्ट होने पर वह नेशनल सर्वर शो करेगा।
-जिससे आपराधिक गतिविधियों पर भी लगाम लग जाएगी।
-ऑफिस में डाटा के साथ छेड़छाड़ नहीं हो पाएगी।
-सिस्टम पर वायरस अटैक होने से डाटा उड़ने का खतरा नहीं रहेगा।
स्मार्ट डीएल कार्ड योजना
अभी तक डीएल कार्ड का स्वरूप छोटा जरूर है, लेकिन बरसात में उसके खराब होने का खतरा बना रहता है। स्मार्ट डीएल कार्ड योजना के तहत एक प्लास्टिक कार्ड बनेगा। जिसमें एक मिनी मेमोरी कार्ड स्वरूप की चिप लगेगी। इस चिप पर डीएल धारक की पूरी डिटेल फीड होगी। प्लास्टिक कार्ड होने के चलते इसके खराब होने की कम संभावनाएं होंगी।
डीएल को कंप्यूटराइज्ड टेस्ट
लर्निग लाइसेंस बनवाने के लिए अभी तक मैन्युवल प्रक्रिया के तहत रिटर्न टेस्ट देना पड़ता है। लेकिन नई कंप्यूटराइज्ड टेस्ट योजना के तहत लर्निग लाइसेंस बनवाते समय कंप्यूटर पर यह टेस्ट होगा। जिसमें ऑब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन सॉल्व करने होंगे। नए साल में यह योजना शुरू होने की पूरी उम्मीदें हैं।
सैमुलेटर्स पर होगा परमानेंट डीएल का टेस्ट
अभी तक परमानेंट डीएल टेस्ट के समय वाहन चालक को स्वयं अपना वाहन लेकर आरटीओ ऑफिस आना पड़ता है। टेस्ट देते हुए उसे फिटनेस अधिकारी के समक्ष स्वयं वाहन चलाकर दिखाना पड़ता है, लेकिन नई हाईटेक योजना के तहत यह टेस्ट सैमुलेटर्स पर होगा। जिसके लिए वाहन चालक को अपना वाहन लेकर आरटीओ ऑफिस लाने की भी जरूरत नहीं है। बस उसे सैमुलैटर्स पर यह टेस्ट देना पड़ेगा।
हाईटेक होगा परिवहन निगम
प्रदेश भर में शीघ्र ही परिवहन निगम के सभी डिपो कार्यालय और वर्कशॉप हाईटेक होने वाले हैं। हाईटेक होने जा रहे इन डिपो कार्यालयों और वर्कशॉप को इंटरनेट के जरिए आपस में कनेक्ट किया जाएगा। जिसके तहत सभी डिपो और वर्कशॉप , स्टेशन आदि में कंप्यूटर सुविधा विकसित की जा रही है। प्रदेश भर में वर्तमान में उत्तराखंड परिवहन निगम के तीन रीजन है, जिनमें क्9 डिपो कार्यालय शामिल हैं। परिवहन मंत्रालय की योजना के तहत प्रदेश में परिवहन निगम के सभी ऑफिस, वर्कशॉप, डिपो कार्यालय और स्टेशन कंप्यूटरीकृत होने हैं। इस योजना के तहत परिवहन मंत्रालय की ओर से ख् करोड़ रुपए का बजट मिला हुआ है।
यह फायदे भी होंगे शामिल
-मैन्युवल काम के तहत रजिस्टर मेंटेंन नहीं करना पड़ेगा
-कंप्यूटर पर डाटा मेंटेन होगा
-अधिक समय तक डाटा सुरक्षित रहेगा
-ऑनलाइन प्रॉसेस के तहत आसानी से बसों की निगरानी हो पाएगी
-कितनी बसें रूट पर और कितनी बसें वर्कशॉप में खड़ी है आसानी से पता चल पाएगा
-किसी रूट पर गाडि़यों की कमी होने पर वहां आसानी से दूसरी गाडि़यां भिजवाई जा सकेंगी
-पब्लिक को निश्चित समय में मिल सकेगी गाड़ी
-कोई गाड़ी अधिक समय तक वर्कशॉप में खड़ी नहीं रहेगी
-पार्ट्स की कमी की जानकारी भी आसानी से लग पाएगी
आराम से कटेगा नई बसों में सफर
नए वर्ष में उत्तराखंड परिवहन निगम के बस बेड़े में करीब ख्क्भ् नई बसें जुड़ने वाली हैं। निगम में वर्तमान में करीब क्ख्म्9 बसों का बस बेड़ा शामिल है। जिनमें कई बसें अपना समय पूरा कर चुकी हैं और वर्तमान में खस्ताहालत में है। ऐसे में नई बसें मिलने के बाद पुरानी खटारा बसों को बस बेड़े से बाहर किया जाएगा। नई बसों में पब्लिक का सफर आराम से कटेगा।
वेटिंग रूम हो गया है तैयार
दून के आरटीओ ऑफिस में वेटिंग रूम तैयार हो गया है। जिसका उद्घाटन नए वर्ष में होगा। इस वेटिंग रूम में करीब 80 से अधिक लोगों की एक साथ बैठने की क्षमता है। वेटिंग रूम में बैठे लोगों के लिए बकायदा एलसीडी टीवी और बैठने के लिए आरामदायक चेयर लगवाई जाएंगी। एलसीडी टीवी में एनिमेशन आदि के जरिए ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी जाएगी।