वाशिंगटन (पीटीआई)। अमेरिका की पहली हिंदू सांसद और डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति प्रत्याशी बनने की दावेदार तुलसी गबार्ड ने गूगल पर पांच करोड़ डॉलर (करीब 350 करोड़ रुपये) का मुकदमा किया है। तुलसी ने गूगल पर उनकी अभिव्यक्ति की आजादी में बाधा डालने और उनके चुनाव अभियान के प्रति भेदभाव का आरोप लगाया है। अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने के लिए 20 से भी ज्यादा लोग मैदान में हैं।

बंद कर दिया था छह घंटे के लिए विज्ञापन का अकाउंट

गबार्ड की चुनाव अभियान समिति के अनुसार, 27 और 28 जून को हुई पहली प्राइमरी बहस के बाद तकनीकी दिग्गज गूगल ने उनके अभियान से जुड़े विज्ञापन का अकाउंट छह घंटे के लिए बंद कर दिया था। गूगल का यह कृत्य गबार्ड की बात संभावित वोटरों तक पहुंचाने और उनके अभियान के लिए फंड इकट्ठा करने में बाधा बना। इसी के चलते गूगल पर संघीय अदालत में मुकदमा किया गया है। गबार्ड ने कहा, 'अकाउंट बंद कर गूगल ने मेरी अभिव्यक्ति की आजादी का हनन किया। इससे यह भी पता चलता है कि इंटरनेट पर गूगल का प्रभुत्व अमेरिकी मूल्यों के लिए कितना खतरनाक है।'

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धोखाधड़ी ना हो इसके लिए लगाया गया सिस्टम

अपनी सफाई में गूगल के प्रवक्ता जोस कास्टानेडा ने कहा, 'गूगल का स्वचालित सिस्टम विज्ञापन दाता के अकाउंट से हो रही असामान्य गतिविधि को चिह्नित कर लेती है ताकि किसी तरह की धोखाधड़ी ना हो। गबार्ड के मामले में भी ऐसा ही हुआ है।'

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