-एनएमसीएच में एडमिट राहुल और फैयाज कोरोना को हराकर लौटे घर

PATNA: पटना में कोरोना से जंग में बड़ी सफलता हाथ लगी है। अनिथा विनोद की घर वापसी के बाद अब दो और कोरोना विनर राहुल और फैयाज बने हैं। बुधवार को एनएमसीएच से कोरोना पॉजिटिव राहुल और फैयाज ठीक होकर घर लौटे। इसमें डॉक्टर्स के अथक प्रयास से कामयाबी मिली है। राहुल 10 दिन तक एनएमसीएच के आईडीएच के आइसोलेशन में एडमिट रहा। बुधवार को डिस्चार्ज होते ही उसके चेहरे पर गजब का उत्साह दिखा। जानकारी होकर राहुल स्कॉटलैंड में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर रहा था लेकिन पटना लौटते ही कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर एनएमसीएच में एडमिट किया गया। जबकि फैयाज गुजरात के गांधीनगर में एक समारोह अटेंड करने के बाद पटना लौटा था। कोरोना के लक्षण पाए जाने पर जांच की गई। जांच में सैंपल पॉजिटिव आने पर एडमिट किया गया था। फैयाज पटना सिटी का रहने वाला है।

होम आइसोलेशन में रहेंगे

मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ एनके सिन्हा ने बताया कि दो पेशेंट यहां से डिस्चार्ज तो कर दिए गए हैं लेकिन वे घर के बाहर नहीं जाएंगे। दोनों को 14 दिनों के होम क्वारंटइन में रहने का निर्देश दिया गया है। इस बारे में जिला प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है।

बनना है कंप्यूटर इंजीनियर

राहुल पटना के फुलवारीशरीफ स्थित भवनपुरा बभनपुरा का रहने वाला है। पिता कुमार मृत्युंजय किसान हैं। मां और दो भाई हैं। राहुल को एनएमसीएच के एंबुलेंस से घर तक पहुंचाया गया, घर जाते समय राहुल ने बताया कि वार्ड में आइसोलेशन वार्ड में रहने के दौरान कई अच्छे-बुरे अनुभव से गुजरा। हालांकि एनएमसीएच में काफी सीमित संसाधन थे लेकिन यहां के डॉक्टरों ने हौसला बढ़ाए रखा। राहुल ने बताया कि फिलहाल कोई टेंशन नहीं लेना चाहता और क्वालिटी टाइम बिताना चाहता है। लॉकडाउन खत्म होते ही स्कॉटलैंड जाएगा और कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करेगा।

डॉक्टर को किया फॉलो

राहुल ने बताया कि एनएमसीएच के आइसोलेशन वार्ड में 10 दिन बिताना बेहद कठिन था। लेकिन उसने डॉक्टर्स के हर बात को फॉलो किया और इसका परिणाम सबके सामने है। वह कहीं से भी कमजोर ना पड़े इसके लिए उसने खुद को व्यस्त रखा और परिवार की दुआएं भी उसके साथ रही। इस दौरान यहां डॉ अजय कुमार सिन्हा और उनके साथ काम कर रहे डॉक्टर ने भी उसके ठीक होने में बड़ी भूमिका निभाई।

पहले राहुल को डिस्चार्ज किया गया। दूसरी रिपोर्ट भी नेगेटिव आने के बाद देर शाम फैयाज को भी डिस्चार्ज कर दिया गया। डिस्चार्ज के समय उसमें कोरोना के कोई लक्षण मौजूद नहीं थे।

-डॉ एनके सिन्हा, मेडिकल सुपरिटेंडेंट, एनएमसीएच