- तैयार कराया जा रहा है खास तरह का साफ्टवेयर

- डुप्लीकेट वोटर्स पर इस बार रहेगी कड़ी नजर

LUCKNOW: यूपी में होने वाले एसेंबली इलेक्शन से पहले भारत निर्वाचन आयोग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि यह अभी बेहद इनीशियल स्टेज में है। चुनाव को बेहतर ढंग से कराने के लिए कई स्पेशल साफ्टवेयर तैयार कराये जा रहे हैं। पोलिंग स्टेशनों की मैपिंग करायी जा रही है। वहीं अगस्त से अक्टूबर के बीच वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के लिए बूथ वार अभियान चलाया जाएगा। साथ ही वोटर को अवेयर करने के लिए भी मुहिम स्टार्ट की जाएगी जिससे वोटिंग परसेंटेज का रिकार्ड और बेहतर हो। इसके लिए इस बार भारत निर्वाचन आयोग खास तैयारी कर रहा है। स्कूलों के साथ साथ सिनेमा घरों में प्रचार प्रसार के लिए शार्ट फिल्म चलाई जाएगी।

खास साफ्टवेयर रखेगा नजर

इलेक्शन कमीशन एक खास साफ्टवेयर तैयार करा रहा है। जिसपर डुप्लीकेट वोटर को पकड़ने के साथ साथ पोलिंग स्टेशन, बूथ, विधानसभा क्षेत्र और जिले की जानकारी एक ही स्थान पर मौजूद होगी। किस बूथ पर कितने वोट हैं, पिछले इलेक्शन में कितने वोट पड़े थे, इन सबके लिए भी विशेष साफ्टवेयर तैयार कराया जा रहा है ताकि उन इलाकों में वोटर्स को अधिक अवेयर किया जा सके।

डुप्लीकेट वोटर के लिए भी चलेगा अभियान

चीफ इलेक्टोरल आफिसर अरुण सिंघल बताते हैं कि इस बार अलग अलग तरह के कई साफ्टवेयर तैयार कराये जा रहे हैं। कोशिश यह है कि डुप्लीकेट वोटर को पूरी तरह से खत्म किया जा सके। साथ ही डुप्लीकेट वोटर के खिलाफ विशेष अभियान भी प्लान किया जा रहा है।

स्वीप के थ्रू किया जाएगा अवेयर

सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन प्रोग्राम (स्वीप) के तहत अगले एजुकेशनल सेशन से स्कूलों के थ्रू लोगों को एजुकेट किया जाएगा। हालांकि इससे पहले 2012 के विधानसभा इलेक्शन और 2014 के लोकसभा इलेक्शन में भी स्वीप कार्यक्रम के तहत लोगों को अवेयर किया गया था। लेकिन इस बार स्कूलों और सिनेमाघरों के अलावा सोशल मीडिया का अधिक से अधिक सहारा लिया जाएगा जिसमें खासकर ट्विटर और व्हाट्स एप्प शामिल होगा। जिससे सही जानकारी लोगों तक पहुंच सके। अरुण सिंघल बताते हैं कि तकनीक का सहारा लेते हुए कई विशेष चीजें इस बार स्वीप के तहत एड की जा रही हैं।

शहरी इलाकों पर रहेगा अधिक जोर

यूपी में शहरी इलाकों में वोटिंग परसेंटेज का रिकार्ड काफी खराब रहा है। इस बार कोशिश होगी कि शहरी वोटर को अधिक से अधिक अवेयर करने के लिए प्लान तैयार किये जा रहे हैं। पिछले लोकसभा इलेक्शन में शहरी वोटर को अवेयर करने के लिए मॉडल बूथ बनाये गये थे और वोटिंग करने वालों को रिसीप्ट दी जा रही थी। इस बार इसे बड़े पैमाने पर लागू करने की योजना है।

इलेक्शन की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बेहतर ढंग से इलेक्शन कराये जाने के लिए तकनीक का अधिक से अधिक सहारा लिया जाएगा। बेहतर डाटा बेस तैयार कराने के लिए स्पेशल साफ्टवेयर डेवलप कराया जा रहा है। साथ ही सभी पोलिंग बूथ की मैपिंग करायी जाएगी।

अरुण सिंघल

चीफ इलेक्टोरल आफिसर, यूपी।