रूपनगर (एएनआई)। गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी को हिरासत में लेने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम मंगलवार सुबह तड़के पंजाब के रूपनगर पहुंची। उत्तर प्रदेश पुलिस के 80 से अधिक जवानों की एक टीम, जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस है। इसके अलावा प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी की एक कंपनी है, जो पंजाब से मुख्तार अंसारी को वापस लाने के लिए सोमवार सुबह रवाना हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को आदेश दिया था कि दो सप्ताह के भीतर पंजाब की रूपनगर जेल से बसपा विधायक को यूपी की बांदा जेल में स्थानांतरित किया जाए ताकि उसके खिलाफ चल रहे केसों का ट्रायल पूरा किया जा सके। ऐसे में अंसारी को 8 अप्रैल से पहले बांदा जेल में शिफ्ट किया जाना है।

अंसारी ने अपने जीवन के लिए खतरा बताया
इससे पहले फरवरी में, यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार पर आरोप लगाया था कि वह बसपा नेता मुख्तार अंसारी का सपोर्ट कर रही है जो विभिन्न आपराधिक मामलों के संबंध में यूपी में वांछित है। उत्तर प्रदेश सरकार ने तर्क दिया था कि अंसारी का पंजाब राज्य द्वारा कथित ताैर बचाव किया जा रहा है और वह पंजाब की जेल में आनंद ले रहा है। वहीं अंसारी ने उत्तर प्रदेश में अपने जीवन के लिए खतरा बताया था और केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मामलों में उपस्थित होने की मांग की थी।

मुख्तार अंसारी की याचिका खारिज कर दी थी
हालांकि शीर्ष अदालत ने उत्तर प्रदेश में उनके खिलाफ लंबित मामलों को दिल्ली स्थानांतरित करने की मांग करते हुए मुख्तार अंसारी की याचिका खारिज कर दी थी। मऊ से विधायक मुख्तार अंसारी जनवरी 2019 से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं, जहां उन्हें जबरन वसूली मामले में रखा गया था। मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई प्रोडक्शन वारंट जारी किए गए थे, लेकिन पंजाब पुलिस ने उन्हें बीमार स्वास्थ्य के आधार पर उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित करने की अनुमति नहीं दी थी।

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